Windfall Tax: सरकार ने घरेलू कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स में की बड़ी बढ़ोतरी, डीजल और एटीएफ पर चार्ज घटाया
Windfall Tax: केंद्र सरकार ने घरेलू कच्चा तेल पर विंडफॉल टैक्स को संशोधित किया है. वहीं डीजल निर्यात पर शुल्क को कम किया है.
Domestic Crude Oil Windfall Tax: केंद्र सरकार ने डोमेस्टिक प्रोड्यूस क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स को संशोधित किया है. सरकार ने विंडफॉल टैक्स को 6,700 पर टन से बढ़ाकर 10,000 प्रति टन कर दिया है. हालांकि डीजल एक्सपोर्ट पर शुल्क पहले के 6 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 5.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है.
वहीं एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर शुल्क पहले के 4 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 3.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है. नई दरें 16 सितंबर से प्रभावी होंगी. इससे पहले दो सितंबर को विंडफॉल टैक्स में बदलाव किया गया था.
विंडफॉल टैक्स में कटौती
सरकार ने दो सितंबर को विंडफॉल टैक्स में कटौती की थी. केंद्र सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे पेट्रोलियम पर विंडफॉल टैक्स को 7,100 रुपये प्रति टन से मामूली रूप से घटाकर 6,700 रुपये प्रति टन कर दिया था. जबकि इससे पहले 1 जुलाई 2022 को सरकार ने एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाया था.
पेट्रोल और डीजल पर निर्यात शुल्क
1 जुलाई 2022 को सरकार ने पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपये प्रति लीटर और डीजल के निर्यात पर 13 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाया था. घरेलू कच्चे तेल की बिक्री पर 23,250 रुपये प्रति टन का विंडफॉल टैक्स लगाया गया था. तब से केंद्र इंटरनेशनल कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर हर पखवाड़े में लेवी की समीक्षा कर रहा है.
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल
ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल के दाम में पिछले कुछ समय से बढ़ोतरी जारी है. कई देशों ने कच्चे तेल के प्रोडक्शन में भी कटौती की है. डब्लूटीआई कच्चा तेल 90 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा है. वहीं ब्रेंट कच्चा तेल 94 डॉलर प्रति बैरल पर है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सबसे पहले एक जुलाई 2022 को कच्चे तेल की बिक्री पर विंडफॉल टैक्स लगाया था. भारत के अलावा यूके, इटली और जर्मनी समेत कई देशों ने पहले ही ऊर्जा कंपनियों के सुपर नॉर्मल प्रॉफिट पर विंडफॉल टैक्स लगाया था.
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