Tur-Urad Price: अरहर और उरद दाल की कीमतों में उछाल से हरकत में सरकार, 9 राज्यों के साथ की घोषित स्टॉक की समीक्षा
Tur Price Hike: अरहर दाल की कीमतों में 5 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है और माना जा रहा है कि स्टॉक होने के बावजूद दालों की कमी बनाने की कोशिश की जा रही है.
Tur-Urad Price: टूअर यानि अरहर दाल और उरद की कीमतों में हाल के महीनों में उछाल देखने को मिली है. इस बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को देश में टूअर और उरद के स्टॉक के खुलासे की समीक्षा की है. उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने टूअर और उरद दाल की उपज और खपत करने वाले प्रमुख राज्यों के साथ मिलकर दोनों प्रकार के दालों के स्टॉक की समीक्षा की है. बैठक में आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने भाग लिया है.
इस बैठक में शामिल राज्यों के रजिस्टर्ड फर्म और उनके पास उपलब्ध स्टॉक की समीक्षा की गई है. साथ ही राज्यों से कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि इंपोर्टरों, मिलर्स, स्टॉकिस्ट और टेडर्स सही तरीके से अपने स्टॉक का विवरण दें. स्टॉक डिस्क्लोजर पोर्टल में रजिस्टर्ड लोगों की संख्या बढ़ी है. लेकिन ये माना जा रहा है कि राज्यों में स्टेकहोल्डर्स की संख्या ज्यादा हो सकती है. बैठक में इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया कि कुछ राज्यों में अरहर दाल के स्टॉक होने की जितनी घोषणा की गई है वो टूअर के प्रोडक्शन और खपत के मुकाबले बेहद कम है. राज्यों से एफएसएसएआई लाइसेंस, एपीएमसी रजिस्ट्रेशन, जीएसटी रजिस्ट्रेशन, वेयरहाउस और कस्टम बॉन्डेड वेयरहाउस के डाटा को खंगालने के लिए कहा गया है.
राज्यों ने बैठक में बताया कि प्रदेश में निगरानी बढ़ा दी गई है और रजिस्ट्रेशन को जरुरी करने के साथ स्टॉक डिस्क्लोजर पोर्टल पर स्टॉक की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने राज्यों से स्टॉक्स का वेरिफिकेशन करने को कहा है. और जिन लोगों ने स्टॉक को डिस्क्लोज नहीं किया है उनके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 और जमाखोरी कानून के तहत कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है. केंद्र सरकार ने टूअर के उत्पादन करने वाले राज्यों के राजधानी और जिले में 12 वरिष्ठ अधिकारी भी तैनात किए हैं.
पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने अरहर दाल के स्टॉक पर नजर रखने और होर्डिंग के बाजार में अरहर दाल की कमी करने वालों की पहचान कर कार्रवाई करने के लिए सरकार ने कमिटी बनाने का फैसला किया है. जागो ग्राहकों जागो की एडिशनल सेक्रेटरी निधि खरे की अध्यक्षता में इस कमिटी का गठन किया गया है. सरकार को ये इनपुट मिला था कि पर्याप्त मात्रा में अरहर दालों के इंपोर्ट के बावजूद स्टॉक को बाजार में जारी नहीं किया जा रहा है. अरहर दालों की होर्डिंग की जा रही है. और होर्डिंग के जरिए बाजार में जानबूझकर अरहर दालों की कमी बनाने की कोशिश की जा रही है. होर्डिंग के चलते अरहर दाल की कीमतों में दाल के दिनों में उछाल भी देखने को मिला है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के डाटा के मुताबिक अरहर दाल के दामों में तेजी आई है. 2 फरवरी 2023 को अरहर दाल का औसत मूल्य 110.99 रुपये प्रति किलो तो 12 अप्रैल को 116.01 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंचा है. यानि दो महीने से भी कम समय में अरहर या टूअर दाल की कीमतों में करीब 5 फीसदी का उछाल आया है. तो उरद दाल की कीमतों में भी उचाल देखने को मिला है.
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