नई दिल्ली: आईटी कंपनी विप्रो के शेयर में पिछले कई महीनों से लगातार तेजी देखने को मिल रही है. मार्च के महीने में इस शेयर में गिरावट देखी गई थी, लेकिन अब विप्रो का शेयर हर महीने नई बुलंदियों को छू रहा है. वहीं ऐसा तब देखने को मिला है, जब महज पांच महीने पहले ही विप्रो को नया सीईओ मिला है और नए सीईओ के जरिए ऑफिस में बिना कदम रखे ही विप्रो का शेयर पिछले पांच महीने में 70 फीसदी तक चढ़ चुका है.


इस साल 6 जुलाई को विप्रो ने थिएरी डेलापोर्ट को अपना नया सीईओ और एमडी नियुक्त किया था. हालांकि थिएरी डेलापोर्ट अभी तक एक बार भी ऑफिस नहीं गए हैं. उनके ऑफिस में कदम रखे बिना ही विप्रो कंपनी से जुड़ने के साथ ही जुलाई के बाद से विप्रो के शेयर के दाम 70% तक उछाल मार चुके हैं.


इस साल 6 जुलाई को विप्रो के शेयर के दाम 220 रुपये के करीब कारोबार कर रहे थे. वहीं 6 जुलाई के बाद से ही विप्रो के शेयर के प्राइस लगातार नए हाई की तरफ ही जाते हुए दिखाई दिए हैं. वहीं अक्टूबर के महीने में विप्रो के शेयर की कीमत जुलाई के बाद से 70 फीसदी बढ़ गई और 381 रुपये तक 52 वीक हाई पर देखी गई. फिलहाल विप्रो 360 रुपये के भाव के करीब कारोबार कर रहा है.


वर्चुअल बैठकें


हालांकि जुलाई के बाद से इन पांच महीनों में विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) थिएरी डेलापोर्ट ने अभी तक भारत में बेंगलुरु मुख्यालय का एक बार भी दौरा नहीं किया है. इसके बजाय 53 वर्षीय थिएरी डेलापोर्ट पेरिस में अपने घर से दुनिया भर के अपने कर्मचारियों, ग्राहकों और प्रबंधकों से वर्चुअल बैठकें कर रहे हैं और लगातार कामकाज को बढ़ा रहे हैं.


नए अनुबंध


थिएरी डेलापोर्ट कोविड-19 महामारी के दौरान लगातार कोरोना से प्रभावित हुए बिना बिजनेस को आगे बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने शीर्ष नेतृत्व को भी 25 से घटाकर चार तक कर दिया है. वहीं अभी तक के अपने कार्यकाल के दौरान थिएरी डेलापोर्ट ने अपने ग्राहकों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया है. साथ ही उन्होंने 130 से ज्यादा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग की और यूएस-यूरोप में ग्राहकों के साथ नए बहु-वर्षीय अनुबंधों को जमीन पर उतारने में मदद की.


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