Chandrayaan 3: चांद बना सोलर सिस्टम में सबसे हॉट रियल एस्टेट, क्यों मून मिशन के लिए दुनियाभर के देशों में मची होड़
Chandrayaan 3 Soft Landing: भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला पहले देश बन गया है. आने वाले दिनों में कई दिग्गज देश मून मिशन की तैयारी कर रहे हैं.
Chandrayaan 3 Soft Landing on Moon: चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल सॉफ्ट-लैंडिंग के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया है. चांद के साउथ पोल पर उतरने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है. अब तक कई देशों ने मून मिशन को अंजाम दिया है. लेकिन ये पहला मौका है जब कोई स्पेस क्रॉफ्ट चांद के साउथ-पोल पर लैंड करने में सफल रहा है. जबकि रूस का लूना-25 का मिशन इस रविवार को फेल हो गया था.
मून मिशन की मची होड़
दुनिया की कई स्पेस एंजेसियां इन दिनों चांद पर जाने के मिशन पर जोर दे रही हैं. जिसमें अमेरिका के नासा का आर्टेमिस मिशन शामिल है जो लंबी अवधि में चांद पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना चाहती है.नासा गेटवे नाम से स्पेस स्टेशन वहां बनाना चाहती है. चीन का चांग-ई, जापान, यूरोप, स्पेस एक्स का मून मिशन भी कतार में है. दुनिया के अलग अलग देशों के स्पेस एजेंसियों की चांद पर जाने की होड़ यूहीं नहीं देखने को मिल रही है बल्कि इसकी कई वजहें हैं.
सोलर सिस्टम सबसे हॉट प्रॉपर्टी बना
स्पेस एजेंसियां चांज पर पानी-खनिज, ऑक्सीजन की खोज में जुटी हैं जिससे चांद को दूसरे ग्रहों पर जाने के लिए बेस कैंप के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके. यही वजह है कि सोलर सिस्टम में चांद इन दिनों सबसे हॉट रियल एस्टेट प्रॉपर्टी बनकर उभरा है. जहां दुनिया के कई देश मून मिशन के जरिए अपने स्पेस कार्यक्रम का दंभ भरना चाहती हैं. दुनियाभर की स्पेस एजेंसियां चांद पर जीवन की संभावनाओं को तलाश रही हैं. पिछले कई दशकों से चांद मिशन पर अमेरिका, रूस, यूरोप, भारत और चीन जैसे देश काम कर चुके हैं. चांद पर स्पेस मिशन के पीछे इन देशों का बड़ा मकसद है. ये माना जा रहा है कि चांद के दक्षिणी पोल पर पानी और ऑक्सीजन हो सकता है. पानी होने पर चांद पर खेती भी की जा सकती है साथ ही इंसानों को वहां भेजा जा सकता है.
बेशकीमती खनिज पदार्थ होने के आसार
चांद पर कई बेशकीमती मिनरल्स भी होने के आसार हैं जिसमें सोना, टाइटेनियम, प्लेटिनम और यूरेनियम शामिल है. अगर ये खनिज पदार्थ चांद पर मिल गया तो ये किसी भी देश के लिए अनमोल खजाने का भंडार साबित हो सकता है. स्पेस मिशन के जरिए दुनिया के बड़े देश अपना वर्चस्व भी कायम करना चाहती है. अमेरिका-रूस के अलावा चीन भी इस दिशा में काम कर रहा है. भारत ने चंद्रयान -3 की सफल लैंडिंग के साथ ही सबसे सस्ते और सटीक मिशन को अंजाम देने में सफल रहा है.
जापान भी लॉन्च कर मून मिशन
अब जापान भी चांद मिशन पर काम कर रहा है. ये माना जा रहा है कि इसी हफ्ते जापान अपना चांद मिशन को लॉन्च करेगा. साउथ कोरिया और सऊदी अरब भी चांद मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है. चीन 2024 में मून मिशन लॉन्च करेगा जो साउथ पोल में ही लैंड करेगा. इसके बाद 2027 और 2030 में भी चीन चांद के मिशन को लॉन्च करने की तैयारी में है जिसमें वो 2030 में अंतरिक्ष यात्रियों को भी भेजेगा.
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