Cibil Score : शादी से पहले जरूर चेक करें अपने पार्टनर की ये चीज, नहीं तो होगी परेशानी
Financial Planning: लोग अक्सर शादी से पहले अपने लाइफ पार्टनर की Financial Discipline देखने की कोशिश नहीं करते हैं. विदेशों में क्रेडिट/सिबिल स्कोर खराब होने के आधार पर शादियां तक टूट रही हैं.
Cibil Credit Score Wealth Tips : हर व्यक्ति के जीवन में शादी का बेहद नाजुक समय आता है. इस दौरान आपको शादी से पहले अपने पार्टनर के बारे से सब कुछ जरूर पता कर लेना चाहिए. आपके जीवन में हर कदम पर साथ निभाने वाले साथी की आदतें कैसी हैं. वह क्या करता है. आपसे वह क्या कराना चाहता है. कही आप ऐसी गलती न कर बैठें जिसके बाद में बड़ी परिशानियां खड़ी हो सकती हैं.
कर्ज पर चर्चा करें
आपको बता दें कि अक्सर कपल एक दूसरे से नहीं पूछते कि आदतों और कर्ज को कैसे मैनेज किया जाए. उन दोनों को ये पता होना भी जरूरी होता है. आप जब भी शादी करने की सोचते हैं तो सबसे पहला यही ख्याल आता है कि आपका पार्टनर परफेक्ट होना चाहिए.
हर लेवल पर जांच करें
आपको अपने नए जीवन साथ के बारे में हर लेवल पर पड़ताल करनी चाहिए. युवतियां अपने लाइफ पार्टनर के बारे में फैसला करने से पहले उनके प्रोफेशन, पर्सनैलिटी, फैमिली बैकग्राउंड जैसी चीजों पर विचार करती हैं.
विदेशों में टूटती हैं शादियां
पुरुष और महिलाएं भी अपने लाइफ पार्टनर का एक्टिव, स्मार्ट, सुंदर और सुशील होना पसंद करते हैं. वही लोग अक्सर शादी से पहले अपने होने वाले लाइफ पार्टनर की वित्तीय अनुशासन (Financial Discipline) देखने की कोशिश नहीं करते हैं. विदेशों में क्रेडिट/सिबिल स्कोर (Cibil score) खराब होने के आधार पर शादियां (Marriage) तक टूट रही हैं.
टर्म जीवन बीमा योजना
फाइनेंसियल डिसिप्लिन का मतलब है कि आपका क्रेडिट स्कोर सही हो और अगर आप किसी भी तरह का लोन के लिए अप्लाई करें. तो यह स्कोर उसमें रुकावट न बने. उदाहरण के लिए आप की शादी ऐसे पार्टनर से होती है जो क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन का डिफॉल्टर हो और आप नए घर के लिए उसके साथ ज्वाइंट होम लोन लेना चाहते हैं. साथ ही पार्टनर के क्रेडिट स्कोर से आपका अपने घर का सपना अधूरा रह सकता है.
क्या है सिबिल स्कोर
यह सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (Credit Information Report) के आधार पर बताया जाता है. इस रिपोर्ट में आपकी तरफ से अब तक लिए लोन और क्रेडिट कार्ड्स की पूरी जानकारी होती है. आपके लोन की ईएमआई (EMI), क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का इस्तेमाल और इनके बिलों का भुगतान आप किस तरीके से करते हैं. इस पूरे विश्लेषण के आधार पर आपका क्रेडिट स्कोर जनरेट होता है. सिबिल यानी क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कितना रहेगा. ये आप 5 मिनट में पता कर सकते हैं. इसके लिए आप कुछ वेबसाइट्स और ऐप की मदद ले सकते हैं.
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