GDP Data: मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor) वी अनंथ नागेश्वरन (V Anantha Nageswaran ) ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 में 6.8 से 7 फीसदी आर्थिक विकास दर को जरूर हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था रिकवरी के पथ पर लगातार बना हुआ है और जीडीपी 2019-20 के औसत लेवल पर जा पहुंचा है. 


2022-23 की दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े के सामने आने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2022-23 में 6.8 से 7 फीसदी आर्थिक विकास दर को हासिल करने के ट्रैक पर है. उन्होंने कहा कि वैश्विक संकट के बावजूद त्योहारों के सीजन में जबरदस्त सेल्स, पीएमआई, कर्ज की बढ़ती मांग, और शानदार ऑटो सेल्स का अर्थव्यवस्था को भरपूर फायदा मिला है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.8 फीसदी के दर से विकास करने का अनुमान जताया है तो आरबीआई ने 7 फीसदी जीडीपी का अनुमान जताया है.  


इससे पहले सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics & Programme Implementation) की ओर से दूसरी तिमाही (2nd Quarter) के लिए जीडीपी के आंकड़े जारी किया गया है जिसके मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही जुलाई से सितंबर (July-September) के बीच देश की अर्थव्यवस्था ने 6.3 फीसदी के दर से विकास किया है जो बीते वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर ( GDP ) 8.4 फीसदी से कम है. इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल से जून के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था ने 13.5 फीसदी के दर से विकास किया था. 


वहीं वित्त वर्ष 2022- 23 के अप्रैल से अक्टूबर के बीच  देश का राजकोषीय घाटा बढ़कर 7.58 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है जो सलाना अनुमान का 45.6 फीसदी है. इसके अलावा  8 बुनियादी उद्योगों की उत्पादन में वृद्धि दर कमजोर पड़ गई है. बुधवार को जारी  आंकड़े के मुताबिक अक्टूबर महीने में इन उद्योगों की उत्पादन में वृद्धि दर सुस्त पड़कर 0.1 प्रतिशत रही है, जो 20 महीने के सबसे निचला स्तर है. 


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