Childern's Day: हम सब के लिए परिवार में किसी बच्चे का आना ढेर सारी खुशियां लाता है. खासतौर पर माता-पिता के लिए तो खुशियों के साथ ढेर सारी जिम्मेदारियां भी आती हैं. हम सभी पर इस तरह की जिम्मेदारी है पर अनिश्चितता परिवार के वित्तीय स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती है. अगर हम बैंक डिपॉजिट या फिर बचत के और किसी इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं तो महंगाई के चलते हमारे पास कुछ नहीं बचेगा. बचत का निवेश करके हम यह आश्वस्त करते हैं कि हमारे पैसे सुरक्षित रहेंगे. साथ ही, इस पर अच्छा रिटर्न भी मिलेगा. इससे हमारे बच्चे भी वित्तीय रूप से सुरक्षित रहेंगे. अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए आप निम्नलिखित बातों का पालन कर सकते हैं.
अपने प्लान को जानें
हमेशा कम उम्र से ही बचत करने की सलाह दी जाती है. हम निवेश करना शुरू करें, इससे पहले योजना बनाने की जरूरत है. अपने बच्चे के सुनहरे भविष्य के लिए जब आप निवेश करना शुरू करें, तो योजना बनाना इसका पहला चरण है. हमें यह समझना होगा कि बच्चे की शिक्षा, उच्च शिक्षा और शादी जैसे खर्चों के लिए कितने फंड की जरूरत पड़ेगी.
लक्ष्य निर्धारित करें
निवेश संबंधी फैसले लेने से पहले हमें अपने लक्ष्य तय करने होंगे. हमारे सभी निवेशों में जरूरत की झलक दिखनी चाहिए. वैसे तो हर व्यक्ति के लक्ष्य अलग होते हैं पर इन्हें लंबी अवधि और छोटी अवधि के लक्ष्यों के तौर पर बांटा जा सकता है.
उदाहरण के तौर पर, बच्चे के लिए लंबी अवधि के लक्ष्यों में विदेश में उच्च शिक्षा, कारोबार शुरू करने या शादी जैसे उद्देश्य शामिल हो सकते हैं. बच्चे के दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए इक्विटी में निवेश करने से आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए ऐसे इंस्ट्रूमेंट में पैसे लगाना ठीक रहता है जिनके वास्तविक मूल्य गिरने का जोखिम न हो. अगर इनमें सकारात्मक बदलाव होता है तो इससे बेहतरीन रिटर्न मिलता है. इससे महंगाई का प्रभाव कम होता है. ऐसे में आपको एंडोमेंट प्लान और पब्लिक प्रोविडेंट फंड जैसे कम रिटर्न वाले प्लान से बचना चाहिए.
रियल एस्टेट में निवेश
निवेश के लिए रियल एस्टेट जैसे विकल्प का चुनाव करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब आपको इसकी वास्तविक जरूरत पड़े, उसके दो साल पहले इससे निकलना होगा. इससे आपके पास नकारात्मक ग्रोथ से निकलने का वक्त होगा. उदाहरण के तौर पर अगर आपको बच्चे की शादी के लिए पैसे चाहिए तो आप उस जमीन या मकान को तभी बेच दें जब वह कॉलेज में हो और इस पैसे को कम जोखिम वाले विकल्प जैसे डेट फंड में लगा दें.
बच्चे के लिए कम अवधि वाले लक्ष्यों में स्कूल की पढ़ाई, एक्स्ट्रा करिकुलर कोर्स, ट्रेनिंग, देश में होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेना शामिल है. कम अवधि के लक्ष्यों के लिए आपको ऐसे फंड में निवेश करना चाहिए जिसमें लिक्विडिटी हो. ऐसे लक्ष्यों के लिए सेविंग बैंक डिपॉजिट, शॉर्ट टर्म एफडी बेहतर रहते हैं क्योंकि इसके वास्तविक मूल्य पर रिटर्न सुनिश्चित होता है.
सही निवेश योजना का चयन
केवल निवेश विकल्प का चुनाव करना ही काफी नहीं है, अपनी आय का ध्यान रखते हुए आपको जोखिम, लिक्विडिटी, कैपिटल एप्रिसिएशन जैसे पहलुओं पर भी गौर करना चाहिए. इसी आधार पर निवेश विकल्प का चुनाव करने में समझदारी है. निवेश से आपको इतना रिटर्न मिलना चाहिए जिससे समय के साथ आपकी सभी जरूरतें पूरी हो सकें. आपको ऐसे निवेश से बचना चाहिए जिसमें जोखिम ज्यादा हो. ऐसे प्लान का चुनाव करने से आपको फायदा नहीं होगा, इसके उलट आपका जोखिम बढ़ेगा.
जोखिम कवर करना
अपने बच्चे को वित्तीय रूप से सुरक्षित रखने के लिए इंश्योरेंस सटीक जरिया है. आपके पास उपयुक्त राशि और अवधि को कवर करने वाला टर्म प्लान जरूर होना चाहिए . इस टर्म प्लान के जरिए आपको वार्षिक आय का कम से कम 10 से 12 गुना कवर लेना चाहिए. साथ ही इसमें आपको अपनी देनदारी का ख्याल भी रखना होगा.
बच्चों के लिए निवेश के अन्य विकल्प
आप ऐसी जगह सेविंग अकाउंट खोल सकते हैं जहां ब्याज की कंपाउंडिंग होती है. इससे आपको और बेहतर रिटर्न मिलेगा. अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो यह भी अच्छा है क्योंकि यह काफी सिस्टमेटिक होते हैं, साथ ही अन्य इंस्ट्रूमेंट के मुकाबले सस्ते भी. आप बैलेंस्ड ओपन एंडेड स्कीम का चुनाव कर सकते हैं जिससे ज्यादा लिक्विडिटी मिलेगी और क्लोज्ड एंडेड स्कीम से लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए पैसे बचाने में मदद मिलेगी. जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने का फैसला करें तो याद रखना चाहिए कि अगर इक्विटी में ज्यादा निवेश किया जाएगा तो इससे आपका जोखिम बढ़ेगा. हालांकि, यह इस पर भी निर्भर करता है कि आपने निवेश लंबी अवधि के लिए किया है या छोटी अवधि के लिए. लंबी अवधि के निवेश में इक्विटी से जुड़ा जोखिम कम हो जाता है.
गोल्ड में भी कर सकते हैं निवेश
सोने में निवेश करना भी एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसके बगैर कोई भारतीय शादियां शायद ही पूरी होती हैं. आप इसके लिए गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते है या फिर भौतिक सोना भी खरीद सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज पर भी इसकी खरीदारी की जा सकती हे. इससे आपका सोना भी सुरक्षित रहता है और आपको लिक्विडिटी भी मिलती है.