Children’s Day Special: बाल दिवस पर बच्चों के रिटायरमेंट प्लानिंग का मौका! एनपीएस वात्सल्य स्कीम के तहत खोलें पेंशन अकाउंट
Pension Scheme: एनपीएस वात्सल्य स्कीम के तहत माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए पेंशन खाते में निवेश करके बचत कर सकेंगे जिससे लंबी अवधि में उनके लिए बड़ा कॉरपस तैयार किया जा सके.
NPS Vatsalya Scheme: आज बाल दिवस है. आज ये अवसर है कि अभिभावक फाइनेंशियल प्लानिंग के जरिए अपने बच्चों के भविष्य को संवारने की योजना बनाएं जिससे आने वाले दिनों में उनकी उच्च शिक्षा पर होने वाले खर्च को भलीभांति आसानी से पूरा किया जा सके. देश में शिक्षा की महंगाई किसी से छिपी नहीं है. पढ़ाई पर खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है जो कि महंगाई दर से भी तेज गति से बढ़ता जा रहा है. ऐसे में नामी गिरामी संस्थान में अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए जरूरी है कि अभी से इसकी प्लानिंग शुरू कर जाए.
बच्चों का रिटायरमेंट प्लानिंग हुआ संभव
फाइनेंशियल प्लानिंग के साथ अब लोगों के पास विकल्प है कि वे अपने बच्चों का रिटायरमेंट प्लानिंग भी कर सकते हैं जिसका अवसर पहले के अभिभावकों के पास मौजूद नहीं था. अब बच्चों का पेंशन अकाउंट भी खोला जा सकता है जिससे लंबी अवधि में एक बड़ा कॉरपस तैयार कर उनके भविष्य को वित्तीय तौर पर सुरक्षित बनाया जा सके. सितंबर 2024 में वित्त मंत्री निर्णला सीतारमण ने इस मिशन को ध्यान में रखते हुए एनपीएस वात्सल्य स्कीम (NPS Vatsalya Scheme) को लॉन्च किया था. स्कीम का मकसद ऐसे उम्र के लोगों को पेंशन के साथ जोड़ना है जो अब तक इससे वंचित थे. इस योजना के तहत अब नाबालिगों का भी पेंशन अंकाउट खोला जा सकता है. एनपीएस वात्सल्य का मकसद अभिभावकों में निवेश और बचत करने की प्रवृति को बढ़ाना भी है.
क्या है एनपीएस वात्सल्य स्कीम
एनपीएस वात्सल्य स्कीम के तहत माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए पेंशन खाते में निवेश करके बचत कर सकेंगे जिससे लंबी अवधि में उनके लिए बड़ा कॉरपस तैयार किया जा सके. एनपीएस वात्सल्य फ्लेक्सिबल कंट्रीब्यूशन (Flexible Contributions) और निवेश का विकल्प (Investment Option) प्रदान करता है. माता-पिता बच्चे के नाम पर सालाना कम से कम 1,000 रुपये का निवेश कर सकते हैं. अधिकतम राशि जमा करने करने की कोई लिमिट नहीं है. इससे बच्चों के लिए अनुशाषित सेविंग की आदत अभिभावकों में पैदा होगी.
एनपीएस वात्सल्य स्कीम को ऐसे डिजाइन किया गया है कि बच्चे के 18 वर्ष के होने तक अभिभावक पेंशन अकाउंट को ऑपरेट करेंगे. 18 वर्ष के होने के बाद अकाउंट बच्चे के नाम ट्रांसफर कर दिया जाएगा. बच्चे के व्यस्क होने पर अकाउंट को आसानी के साथ रेगुलर एनपीएस अकाउंट में कंवर्ट किया जा सकता है. एनपीएस वात्सल्य स्कीम में 18 वर्ष तक के आयु के किसी भी माइनर सिटीजंस का अकाउंट खोला जा सकता है. अकाउंट माइनर के नाम खुलेगा और अभिभावक बच्चे के व्यस्क होने तक अकाउंट को मैनेज करेंगे. माइनर इस पेंशन अकाउंट का बेनेफिशियरी होगा. नाबालिग के वयस्क होने के बाद एनपीएस वात्सल्य रेगुलर एनपीएस अकाउंट में तब्दील हो जाएगा और रोजगार मिलने पर वर्कप्लेस के एनपीएस अकाउंट में पोर्ट किया जा सकेगा.
कैसे और कहां खुलेगा एनपीएस वात्सल्य अकाउंट
- कम से कम 1000 रुपये के योगदान के साथ एनपीएस वात्सल्य अकाउंट खोला जा सकेगा.
- एनपीएस वात्सल्य अकाउंट खोलने के लिए बच्चे के जन्मतिथि के प्रमाण के लिए जन्म प्रमाणपत्र, स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट, मैट्रीकुलेशन सर्टिफिकेट, पैन और पासपोर्ट दिया जा सकता है. अभिभावक को अपना पहचान पत्र और पते के प्रूफ के लिए आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी, मनरेगा जॉब कार्ड दे सकते हैं. अभिभावकों को अपना पैन नंबर भी देना होगा.
- बैंकों के शाखाओं में या ऑनलाइन एनपीएस वात्सल्य अकाउंट खोला जा सकता है. पोस्ट ऑफिस और पीएफआरडीए के दफ्तर में भी एनपीएस वात्सल्य अकाउंट खोलने की सुविधा है.
- बच्चे को 18 वर्ष के होने पर एनपीएस वात्सल्य अकाउंट एनपीएस टीयर-1 मॉडल में सीमलेस तरीके से कंवर्ट हो जाएगा. इस प्रोसेस के लिए 18 वर्ष के पूरे होने के तीन महीने के भीतर नए सिरे से केवाईसी किया जाना जरूरी है.
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