सरकार भले ही चीनी निवेश के खिलाफ सख्ती बरत रही हो लेकिन देश की कुछ कंपनियों में अभी चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना की हिस्सेदारी बढ़ रही है. निफ्टी 500 में शामिल कंपनियों की वार्षिक रिपोर्टों से पता चलता है पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान एशियन पेंट्स और अंबुजा सीमेंट में अपनी हिस्सेदारी क्रमश: 25 और 34.3 फीसदी बढ़ा ली है. चीनी केंद्रीय बैंक के पास एशियन पेंट्स के 30.9 लाख शेयर हैं. बैंक के पास अंबुजा सीमेंट 62.8 लाख शेयर हैं. वित्त वर्ष 2019-20 के मूल्य के हिसाब से दोनों कंपनियों में चीनी बैंक के शेयरों की कुल कीमत 630 करोड़ रुपये है.मार्च, 2020 के अंत तक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के पास एचडीएफसी, एशियन पेंट्स और अंबुजा सीमेंट के कुल 4418 करोड़ रुपये के शेयर थे.


एचडीएफसी बैंक में भी हिस्सेदारी 


पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने जून तिमाही में एशियन पेंट्स में अपनी हिस्सेदारी 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर 0.33 फीसदी तक पहुंचा दी. अप्रैल में चीनी केंद्रीय बैंक ने एचडीएफसी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी थी. जून के अंत में एचडीएफसी के प्रवक्ता ने बताया कि पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा कर एक फीसदी कर दी.  दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने भारतीय कंपनियों में 67,090 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी खरीदी है. एक साल पहले इन बैंकों की भारतीय कंपनियों में 64,600 करोड़ रुपये के शेयर थे. जून 2020 में भारतीय शेयरों में एफपीआई की हिस्सेदारी बढ़ कर दो फीसदी हो गई थी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट मुताबिक ग्लोबल केंद्रीय बैंकों की पूरी दुनिया की कंपनियों में एक ट्रिलियन डॉलर की हिस्सेदारी है.