China Stimulus News: चीनी अर्थव्यवस्था (Chinese Economy) को संकट से उबारने के लिए वहां के सेंट्रल बैंक के राहत पैकेज के एलानों की झड़ी लगाने के बाद अब चीनी सरकार (Chinese Government) 1 अक्टूबर को चीन के नेशनल डे (China National Day) के मौके पर वहां के लोगों को वन टाइम कैश अलाउंस (One Time Cash Allowance) देने का फैसला किया है जिससे संकट झेल रहे लोगों तक आर्थिक मदद पहुंचाई जा सके.
चीनी राष्ट्रीय दिवस पर दिया जाएगा कैश
चीन (China) के सिविल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने बताया कि चीन के नेशनल डे के मौके पर 1 अक्टूबर को वहां के गरीबों, अनाथों और जरूरतमंदों को सब्सिडी के तौर पर नगद रकम दी जाएगी. एक अक्टूबर को नए चीन (New China) के गठन की 75वीं सालगिरह मनाई जाएगी. मंत्रालय ने बताया कि, चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) और शी जिनपिंग (Xi Jinping) सरकार को जरूरतमदों की बेहद चिंता है. हालांकि रिपोर्ट में ये नहीं बताया गया कि लोगों को नगद के तौर पर कितनी रकम दी जाएगी. चीनी सरकार ने रीजनल सिविल अफेयर्स और फाइनेंस डिपार्टमेंट से इस पहल को बेहद गंभीरता के साथ लेने को कहा है. साथ ही ये सुनिश्चित करने को कहा है लोगों को समय पर नगद दे दिया जाए. नगद देने के पीछे ये मकसद है कि लोग ज्यादा से ज्यादा खर्च करेंगे जिससे चीनी अर्थव्यवस्था को फायदा होगा.
हाई क्वालिटी रोजगार पर फोकस
चीन की सरकार की कैबिनेट ने हाई क्वालिटी (High Quality) और पर्याप्त रोजगार (Sufficient Employment) के अवसर पैदा करने के लिए गाइडलाइंस भी जारी किए हैं जिसमें रोजगार सृजण और अच्छी सैलेरी ग्रोथ देने को लेकर शपथ ली गई है. हाल के दिनों में चीन में वेतन कटौती और युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी ने सरकार की परेशानी को बढ़ा दिया है.
राहत पैकेज की घोषणा संभव
चीन के सत्ताधारी दल के नेताओं ने ये शपथ ली है कि 5 फीसदी आर्थिक विकास दर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वो ज्यादा से ज्यादा खर्च करेंगे. चीनी सेंट्रल बैंक (Chinese Central Bank) ने राहत पैकेज की घोषणा की है लेकिन और भी नए स्टीमुल्स पैकेज की उम्मीद सरकार से की जा रही है. चीन में घरेलू खपत को बढ़ाने के साथ संकट से जूझ रहे रियल एस्टेट सेक्टर को उबारने पर जोर दिया जा रहा है.
एक्सपोर्ट पर निर्भरता का खामियाजा
दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के तौर माने जाने वाले चीनी अर्थव्यवस्था को एक्सपोर्ट पर ज्यादा निर्भरता का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. वैश्विक तनाव के चलते चीनी एक्सपोर्ट प्रभावित हुई है. प्रापर्टी की कीमतें क्रैश कर चुकी है साथ ही उपभोक्ताओं का भरोसा टूट चुका है. हाल में चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर जो डेटा जारी हुए हैं उसने चिंताएं बढ़ा दी है. इसी के चलते चीनी सेंट्रल बैंक ने महामारी के बाद ब्याज दरों में सबसे बड़ी कटौती की और 1 ट्रिलियन युआन यानि 140 बिलियन डॉलर के करीब नगदी फाइनेंशियल सिस्टम में डाला है जिससे अर्थव्यवस्था को संकट से उबारा जा सके.
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