Paytm Shareholding: निकल गया चीन का पैसा और विजय शर्मा बने मेजॉरिटी के मालिक, पेटीएम पर क्या होगा असर
Paytm Vijay Shekhar Sharma: चीन की कंपनी एंट फिन ने पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी कम की है और उसके बाद अब प्रमोटर विजय शेखर शर्मा पेटीएम के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन गए हैं...
नए जमाने की प्रमुख फिनटेक कंपनी पेटीएम में फिर से एक बड़े बदलाव की पटकथा तैयार हो चुकी है. पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के फाउंडर एवं सीईओ विजय शेखर शर्मा और एंटफिन नीदरलैंड होल्डिंग के बीच नई डील हुई है. इस डील के बाद पेटीएम में जहां एंटफिन की हिस्सेदारी में कमी आएगी, वहीं विजय शेखर शर्मा फिर से कंपनी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन जाएंगे.
अभी एंटफिन के पास सबसे ज्यादा शेयर
अभी पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी एंटफिन के पास है. मौजूदा शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से एंटफिन ही पेटीएम की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है. एंटफिन के पास पेटीएम की करीब 24 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि विजय शेखर शर्मा करीब 9 फीसदी शेयर के मालिक हैं. प्रस्तावित सौदे के पूरा होने पर यह तस्वीर बदल जाने वाली है.
इतनी हो जाएगी शर्मा की शेयरहोल्डिंग
वन97 कम्युनिकेशंस ने फाउंडर और इन्वेस्टर एंटफिन के बीच हुए समझौते के बारे में 7 अगस्त को शेयर बाजारों को जानकारी दी. कंपनी ने बताया कि उसके फाउंडर और एंटफिन के बीच 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी के लेन-देन को लेकर समझौता हुआ है. समझौते के तहत एंटफिन से विजय शेखर शर्मा 10.3 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेंगे. इसके बाद शर्मा के पास पेटीएम में शेयरहोल्डिंग बढ़कर 19.42 फीसदी पर पहुंच जाएगी, जबकि एंटफिन की हिस्सेदारी कम होकर 13.5 फीसदी पर आ जाएगी. इस तरह शर्मा पेटीएम के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन जाएंगे.
इस तरह से होगा शेयरों का सौदा
शेयर बाजारों को दी गई जानकारी के अनुसार, शर्मा यह सौदा रेसिलिएंट एसेट मैनेजमेंट नामक कंपनी के जरिए करने वाले हैं. रेसिलिएंट एसेट मैनेजमेंट देश से बाहर रजिस्टर्ड एक कंपनी है, जिसमें शर्मा के पास 100 फीसदी हिस्सेदारी है. यह सौदा एक ऑफ-मार्केट ट्रांसफर होगा. इसका मतलब हुआ कि पेटीएम फाउंडर और एंटफिन के बीच शेयरों का यह लेन-देन बाजार के माध्यम से नहीं होने वाला है. इस नॉन-कैश डील में एंटफिन पेटीएम के 6.53 करोड़ शेयर शर्मा को ट्रांसफर करेगी.
रॉकेट बन गए पेटीएम के शेयर
इस सौदे की खबर सामने आते ही पेटीएम के शेयर रॉकेट बन गए. सोमवार को कारोबार की शुरुआत होते ही पेटीएम के शेयरों ने करीब 10 फीसदी की छलांग लगा दी और 887.70 रुपये तक पहुंच गए. यह पेटीएम के 52 सप्ताह के उच्च स्तर के काफी करीब है. पेटीएम के शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर करीब 915 रुपये का है.
अलीबाबा ग्रुप की है एंटफिन
यह सौदा कई मायनों में महत्वपूर्ण है. पेटीएम को लगातार इस बात के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है कि उसमें चीन का पैसा लगा हुआ है. भारत और चीन के बीच सीमा पर झड़पें होने के बाद देश में चीन के निवेश को लेकर धारणा खराब हुई है. पिछले कुछ महीनों के दौरान चीन की कंपनियों और भारत में उनके निवेश को नियामकीय सख्ती से भी गुजरना पड़ा है. अभी पेटीएम की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर कंपनी एंटफिन नीदरलैंड होल्डिंग मूलत: चीन की कंपनी एंट ग्रुप की सब्सिडियरी है. एंट ग्रुप अलीबाबा समूह का हिस्सा है. इस तरह से देखें तो पेटीएम की बड़ी हिस्सेदारी चीन की कंपनी के पास थी. नए सौदे से यह स्थिति बदल जाएगी और चीन की कंपनी सबसे बड़ी शेयरहोल्डर नहीं रह जाएगी.
कम हो जाएगा पेटीएम का ये प्रेशर
कुछ खबरों में ऐसा दावा किया जा रहा था कि पेटीएम के फाउंडर विजय शर्मा शेखर के ऊपर अपनी कंपनी से चीन के निवेश को कम करने का दबाव था. हालांकि शर्मा ने इन खबरों का हमेशा खंडन किया कि उनके ऊपर नियामकों की ओर से कभी ऐसा प्रेशर बनाया गया. अगर ऐसा कोई प्रेशर रहा भी होगा, तो अब पेटीएम और शर्मा को नई डील से राहत मिलने वाली है.
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