Nobel Prize: बनना था डिटेक्टिव, बनीं इकोनॉमिस्ट और अब जीता अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज, जानें क्लाउडिया गोल्डिन की कहानी
Nobel Prize Winner 2023: अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाली क्लाउडिया गोल्डिन ने कहा कि ये प्राइज मिलना उनके लिए बेहद खुशी की बात है और ये पुरस्कार अनमोल है.
Economy Nobel Prize 2023: नोबेल पुरस्कार के विजेताओं के एलान के सिलसिले में आज इकोनॉमिक्स के नोबेल प्राइज की घोषणा हुई. क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई और महिलाओं के श्रम बाजार के परिणामों के बारे में हमारी समझ को बेहतर बनाने के लिए उन्हें इस प्राइज के लिए चुना गया है. क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज वूमेंस लेबर मार्केट के परिणामों को लेकर जानकारी को विकसित करने के लिए मिला है. क्लाउडिया गोल्डिन यह पुरस्कार जीतने वाली केवल तीसरी महिला हैं.
क्लाउडिया गोल्डिन को कैसे मिली नोबेल मिलने की जानकारी
नोबेल प्राइज विजेता बनने के बाद पहली प्रतिक्रिया में क्लाउडिया गोल्डिन ने कहा कि उनके पास ये सूचना फोन कॉल के जरिए आई और वो उनका सुबह का पहला कॉल था. उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन्होंने अपने पति को इस बारे में बताया. सुबह की पहली फोन कॉल ने उनके दिन को खुशगवार बना दिया और वो काफी खुश हैं. क्लॉडिया गोल्डिन ने कहा कि ये प्राइज मिलना उनके लिए काफी खास है और ये पुरस्कार अनमोल है. इसके लिए वो अपने शिक्षकों और उनके भी शिक्षकों के प्रति कृतज्ञ हैं.
“I have always thought of myself as a detective! The detective always believes there is a way of finding the answer and that is the way I have always done research.”
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 9, 2023
We spoke to Claudia Goldin after she received the news about her 2023 prize in economic sciences.
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डिटेक्टिव बनना चाहती थीं क्लॉडिया गोल्डिन
क्लॉडिया ने अपने इंटरव्यू में बताया कि वो डिटेक्टिव बनना चाहती थीं और उन्होंने खुद को एक डिटेक्टिव (जासूस) के रूप में हमेशा देखा क्योंकि वो चीजों के कारण और तथ्यों को खोजने के लिए हमेशा तैयार रहती थीं. 20 साल पहले उन्होंने एक पीस लिखा था जिसका विषय 'इकोनॉमिक्स डेटिक्टिव' पर था. उस समय से लेकर आज तक वो तथ्यों की खोज के जरिए सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश करती रहती हैं और इसी तरह उन्होंने हमेशा अपने शोध और रिसर्च कार्य को किया है. वो छोटी बच्ची थीं तब से वो डिटेक्टिव वर्क के प्रति उत्सुक रहती थीं. उन्होंने कहा कि डिटेक्टिव होने के पीछे सोच ये रहती है कि आप खुद से सवाल पूछते रहें और उनके सवालों के जवाब मिलने तक कार्यरत रहें. आज भी उनके अंदर ये सोच जिंदा है.
क्लाउडिया गोल्डिन को जानें
- क्लाउडिया गोल्डिन फिलहाल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स की प्रोफेसर के तौर पर कार्य कर रही हैं.
- एनबीईआर के जेंडर इन द इकोनॉमी ग्रुप की को-डायरेक्टर भी हैं.
- क्लाउडिया गोल्डिन 1989-2017 के दौरान एनबीईआर के अमेरिकन इकोनॉमिक प्रोग्राम की डेवलपमेंट डायरेक्टर थीं.
इकोनॉमिक्स का नोबेल जीतने वाली तीसरी महिला
अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में दिए जाने वाला आर्थिक विज्ञान में 2023 स्वेरिगेस रिक्सबैंक पुरस्कार जीतने वाली क्लाउडिया गोल्डिन यह पुरस्कार जीतने वाली केवल तीसरी महिला हैं. इससे पहले 92 अर्थशास्त्र पुरस्कार विजेताओं में से केवल दो महिलाएं को ही यह पुरस्कार मिला है.
आर्थिक विज्ञान पुरस्कार समिति के प्रेसिडेंट ने क्या कहा
आर्थिक विज्ञान पुरस्कार समिति के प्रेसिडेंट जैकब स्वेन्सन ने कहा कि लेबर मार्केट में महिलाओं की भूमिका को समझना सोसायटी के लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्लाउडिया गोल्डिन की रिसर्च से हम उन फैक्टर्स के बारे में जान सकते हैं. भविष्य में उन बाधाओं को दूर कर सकते हैं जिनका आज के दौर में महिलाएं सामना कर रही हैं.
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