IGL-MGL Share Crash: शेयर बाजार में लिस्टेड सीएनजी-पीएनजी सप्लाई करने वाली सिटी गैस कंपनियों इंद्रप्रस्थ गैस, महानगर गैस और गुजरात गैस के शेयर्स 18 फीसदी तक औंधे मुंह जा लुढ़के हैं. वजह है सरकार ने इन कंपनियों को प्राथमिकता के आधार पर आवंटित किए जाने वाले गैस में लगातार दूसरे महीने 20 फीसदी की कटौती कर दी है. इससे एक तरफ इन कंपनियों की लागत में बेतहाशा इजाफा होने वाला है तो जल्द ही इसका भार इन कंपनियों को ग्राहकों के ऊपर डालना होगा. ब्रोकरेज हाउस सिटी के मुताबिक सिटी गैस कंपनियों को 10 फीसदी या 7 रुपये प्रति किलो तक सीएनजी के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं. 


18 फीसदी तक लुढ़के शेयर्स 


सोमवार 18 नवंबर 2024 को बाजार के खुलते ही इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड का स्टॉक करीब 20 फीसदी गिरकर 324.70 रुपये पर जा लुढ़का जो इसके पहले सेशन में 405.80 रुपये पर क्लोज हुआ था. फिलहाल स्टॉक 18.63 फीसदी की गिरावट के साथ 330.45 रुपये पर कारोबार कर रहा है. इसी प्रकार महानगर गैस का स्टॉक भी 18.08 फीसदी की गिरावट के साथ 1075.25 रुपये तक नीचे जा फिसला. फिलहाल महानगर गैस का शेयर 13.75 फीसदी की गिरावट के साथ 1132.10 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. गुजरात गैस का शेयर भी 9 फीसदी गिरकर 442.50 रुपये तक जा गिरा. फिलहाल गुजरात गैस का शेयर 6.18 फीसदी की गिरावट के साथ 455.95 रुपये पर कारोबार कर रहा है.  


क्यों गिरे IGL और MGL के शेयर्स 


सरकार ने 16 नवंबर 2024 से सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को प्राथमिकता के आधार आवंटित किए जाने वाले गैस की मात्रा को 20 फीसदी कम कर दिया है. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की पॉलिसी गाइडलाइन के मुताबिक सिटी गैस डिस्ट्रब्यूशन को प्राथमिकता वाले सेगमेंट जिसमें सीएनजी और घरेलू पीएनजी आता है उन्हें एपीएम पर घरेलू नैचु्रल गैस आवंटित किए जाने का प्रावधान है. स्टॉक एक्सचेंज के पास रेगुलेटरी फाइलिंग में इंद्रप्रस्थ गैस ने कहा, 16 नवंबर 2024 से सीएनजी (ट्रांसपोर्ट) के लिए गैस के आवंटन को पहले के एपीएम अलोकेशन के मुकाबले 20 फीसदी तक घटा दिया गया है. कंपनी ने बताया कि ये बड़ी कटौती है और इसका असर कंपनी के मुनाफे पर भी पड़ सकता है. 


ब्रोकरेज हाउस ने घटाये टारगेट 


जेपी मॉर्गन ने महानगर गैस के शेयर का टारगेट प्राइस घटाकर 1300 रुपये कर दिया है और अपने रुख को ओवरवेट से न्यूट्रल कर दिया है जबकि इंद्रप्रस्थ गैस के टारगेट प्राइस को घटाकर 343 रुपये कर दिया है. जेपी मॉर्गन के मुताबिक कंपनियों को ऊंची कीमत पर दूसरे गैस के विकल्पों को देखना होगा जिससे उनका मार्जिन घटेगा. सिटी के मुताबिक गैस आवंटन के घटने के बाद एक्साइज ड्यूटी में कमी नहीं होने चलते सिटी गैस कंपनियों को 7 रुपये प्रति किलो तक सीएनजी की कीमतों में इजाफा करना होगा जो कि एक बड़ी चुनौती है. जेफ्फरीज ने महानगर गैस के शेयर के टारगेट प्राइस को घटाकर 1130 रुपये और आईजीएल के 295 रुपये कर दिया है.  


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