देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के सामने एक नई परेशानी खड़ी हो गई है. अमेरिकी आईटी कंपनी कॉग्निजेंट ने इंफोसिस के खिलाफ ट्रेड सीक्रेट चुराने का बड़ा आरोप लगाया है और इसे लेकर अमेरिका की एक अदालत में मुकदमा दायर किया है.


टेक्सास फेडरल कोर्ट में मुकदमा दायर


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय आईटी कंपनी के खिलाफ यह मुकदमा कॉग्निजेंट ट्राइजेट्टो ने किया है. मुकदमा शुक्रवार को टेक्सास फेडरल कोर्ट में दायर किया गया. उसमें कॉग्निजेंट ट्राइजेट्टो ने इंफोसिस के ऊपर ट्रेड सीक्रेट की चोरी करने का आरोप लगाया है. उसका कहना है कि इंफोसिस ने उसके हेल्थकेयर इंश्योरेंस सॉफ्टवेयर से जुड़ी जानकारियां चुराई है.


कर्मचारी तोड़ने पर हो चुकी है भिड़ंत


यह पहला मामला नहीं है जब भारतीय आईटी कंपनी और अमेरिकी आईटी कंपनी किसी मुद्दे पर आमने-सामने आई हैं. दोनों कंपनियां पहले भी भिड़ंत कर चुकी हैं. अभी से करीब आठ महीने पहले दोनों कंपनियां उस समय आमने-सामने आ गई थीं, जब इंफोसिस ने कॉग्निजेंट पर गलत तरीके से कर्मचारियों को पोच करने यानी तोड़ने का आरोप लगाया था.


इंफोसिस ने किया सभी आरोपों से इनकार


ताजे मामले में बताया जा रहा है कि कॉग्निजेंट ने मुकदमे में इंफोसिस के ऊपर डेटाबेस से गलत तरीके से डेटा निकालकर प्रतिस्पर्धी सॉफ्टवेयर तैयार करने का आरोप लगाया है. रिपोर्ट में इंफोसिस के प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है कि भारतीय कंपनी अपने ऊपर लगाए गए इन आरोपों को गलत मानती है. इंफोसिस को मुकदमे की जानकारी है, लेकिन वह सभी आरोपों को खारिज करती है. इंफोसिस कोर्ट में अपना पक्ष पेश कर बचाव करेगी.


विप्रो के साथ भी हुई थी कॉग्निजेंट की भिड़ंत


कॉग्निजेंट की भिड़ंत इंफोसिस के अलावा एक अन्य भारतीय आईटी कंपनी विप्रो के साथ भी हो चुकी है. विप्रो लिमिटेड और उसके पूर्व चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जतिन दलाल ने करीब एक महीने पहले मामले को सेटल किया, जिसमें कॉग्निजेंट दलाल को सेटलमेंट पेमेंट और लीगल फीस रिम्बर्समेंट के रूप में करीब 0.5 मिलियन डॉलर का भुगतान करने के लिए तैयार हुई.


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