Tea Seller Accepts Crypto: बैंगलुरु में ये चाय बेचने वाला क्रिप्टो में लेता है पेमेंट!
Cryptocurrency: शुभम सैनी के चाय स्टॉल पर चाय पीने वालों ने खुद ही क्रिप्टो में भुगतान करने का ऑफर दिया. पहले तो शुभन को हैरानी हुई बाद में उन्होंने स्वीकार करना शुरू कर दिया.
Tea Seller Accepts Crypto: भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को भले ही सरकार ने मान्यता नहीं दी हो. लेकिन भारत के सिलिकन वैली ( Silicon Valley) कहे जाने बैंगलुरु ( Bengaluru) में एक ऐसा चाय स्टॉल चलाने वाला व्यक्ति है जो अपने स्टॉल पर चाय पीने से वालों से क्रिप्टो को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करता है. इस चाय स्टॉल पर क्रिप्टोकरेंसी को चाहने और उसमें निवेश करने वाले बेहद शौक से आकर चाय पीते हैं. हम बात कर रहे हैं 22 साल के शुभम सैनी की जो The Frustrated Drop Out के नाम से ये चाय स्टॉल चलाते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक शुभम सैनी के चाय स्टॉल पर चाय पीने वालों ने खुद ही क्रिप्टो में भुगतान करने का ऑफर दिया. पहले तो शुभन को हैरानी हुई बाद में उन्होंने टी स्टॉल पर प्लैकार्ड लगा दिया जिसमें डॉलर और रुपये रेट लिखा रहता है. जो भी कस्टमर क्रिप्टो में भुगतान करना चाहता है उसे यूपीआई के समान क्यूआर कोड को स्कैन करना होता है, रुपये को डॉलर में कंवर्ट करने के बाद क्रिप्टो के रूप में भुगतान करना होता है.
Brewing tea powered by #Bitcoin
— Paxful India (@paxful_India) July 8, 2022
If you’re in Namma Bengaluru, drop by @FrDropout for some good chai 🍵 pic.twitter.com/6hiyvFjYHJ
शुभम सैनी के मुताबिक बिट्कॉइन को शामिल करने के बाद उसके कारोबार में बढ़ोतरी आई है. हर हफ्ते 20 नए ऐसे ग्राहक चाय स्टॉल पर आते हैं जो क्रिप्टो के रूप में पेमेंट करते हैं. शुभम बिट्कॉइन में ट्रेडिंग के बाद जमीन से आसमान को छूने और फिर जमीन पर गिरने की अपनी कहानी भी बताते हैं.
शुभव सैनी हरियाणा के रेवाड़ी से नौकरी की तलाश में बैंगलुरु आए. यहां आकर उन्होंने क्रिप्टो ट्रेडिंग के बारे में जाना. 2020 में कोरोना महामारी के दौरान जब बाजार में बड़ी गिरावट आई तो शुभन ने अपने सभी पॉकेट मनी को क्रिप्टो में निवेश कर दिया. डेढ़ लाख का उनका निवेश 30 लाख रुपये हो गया. शुभम इससे आत्मनिर्भर हो गए और खुद कॉलेज की फीस अदा किया और अच्छी जीवन व्यतीत करने लगे. उन्होंने क्रिप्टो में फुलटाइन ट्रेडिंग के करने के लिए बीसीए के फाइनल ईयर की पढ़ाई भी छोड़ दी. उन्होंने बताया कि उन्हें लगने लगा कि वे क्रिप्टो की दुनिया के अगले राकेश झुनझुनवाला हैं.
लेकिन 2021 में क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट आई. और शुभम के क्रिप्टो पोर्टफोलियो में 90 फीसदी पूंजी डूब गया. और फिर से वो वहीं आ गए जहां से उन्होंने शुरुआत की थी. शुभम को अपना आईफोन बेचना पड़ा. अपने घर वालों से उन्होंने पैसे नहीं लिए. इसके बाद मराठाहल्ली में चाय का स्टॉल खोला और क्रिप्टो ने फिर से शुभम की जिंदगी बदलकर रख दी है.
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