भारतीय बाजार में आईपीओ का सूखा खत्म होने वाला है. इस वक्त कम से कम छह कंपनियां प्राइमरी मार्केट में उतरने की तैयारी में हैं. सितंबर के आखिरी या आक्टूबर के पहले सप्ताह में कंपनियां 7500 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने लिए आईपीओ बाजार में उतरेंगी.जो कंपनियां आईपीओ लेकर आ रही हैं उनमें यूटीआई म्यूचुअल फंड, कंप्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज (CAMS), हैपिएस्ट माइंड्स, रूट मोबाइल और एंजेल ब्रोकिंग और कैमकॉन स्पेशयलिटी केमिकल शामिल हैं. अगले 45 दिनों में ये कंपनियां अपना आईपीओ बाजार में ले आएंगी. इन सभी ने अपने रोड-शो शुरू कर दिए हैं.
यूटीआई एसेट मैनेजमेंट का 3000 करोड़ का आईपीओ
सितंबर के मध्य में यूटीआई एसेट मैनेजमेंट का 3000 करोड़ रुपये का आईपीओ लॉन्च हो सकता है. एसबीआई, एलआईसी और बैंक ऑफ बड़ौदा यूटीआई एएमसी में अपने एक करोड़ पचास लाख शेयर बेचने की तैयारी में हैं. जबकि पीएनबी और टी रो प्राइस ऑफर फॉर सेल के जरिये 38 लाख शेयर बेचेंगे. एनएसई समर्थित CAMS सितंबर के तीसरे सप्ताह में आईपीओ लाने का प्लानिंग कर रही है. इसके जरिये यह 2000 करोड़ रुपये जुटाएगी.
बाजार में अच्छी लिक्विडिटी, आईपीओ को निवेशकों का मिलेगा समर्थन
इन आईपीओ के आने का ऐलान के साथ ही मर्चेंट बैंकर इनसे होने वाली कमाई के लिए तैयारी कर चुके हैं. एक्सिस बैंक, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेस यानी QIP के जरिये 45 हजार करोड़ रुपये जुटाए थे. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार में जबरदस्त लिक्वडिटी है. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की ओर से पैसा लगाने से यह साबित हो रहा है. जो कंपनियां वाजिब कीमत में शेयर बेच रही हैं उनके शेयरों को भी अच्छा समर्थन मिल रहा है.
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