फेस्टिव सीजन की शुरुआत के साथ ही सोने के व्यापारी यह उम्मीद कर रहे हैं कि कोविड-19 महामारी के बाद आई मंदी से वे उबर पाएंगे. इस बीच ये सवाल भी उठने लगा है कि क्या दुनिया से सोना हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा?
दरअसल दुनियाभर में विशेषज्ञ पिछले कुछ समय से यह चिंता जता रहे हैं क्या हम उस अवस्था की तरफ बढ़ रहे हैं जब खदानों से लगभग पूरा सोना निकाल जा चुका होगा. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की एक रिपोर्ट के कहती है कि साल 2019 में पूरी दुनिया से लगभग 3,531 टन सोना निकला था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक WGC के प्रवक्ता हन्नाह ब्रांड्सटीटर ने कहा आने वाले सालों में सोना का खनन और भी कम हो सकता है. वहीं नई खदानों की खोज में कमी होगी, क्योंकि सोना कहीं न कहीं घट रहा है.
WGC का कहना है कि जमीन के नीचे करीब 54,000 टन सोना बाकी बचा है. हालांकि जमीन के नीचे दबा यह सोना अब तक निकाले जा चुके सोने का केवल 30 फीसदी ही है. वहीं ग्लोब कंपनी गोल्डमैन सैश का दवा है कि साल 2035 में दुनिया का पूरा सोना खत्म हो जाएगा.
एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिक दूसरे ग्रहों पर सोने का पता लगाने में जुटे हैं. कुछ वैज्ञानिक चांद पर सोना मिलने की संभावना देख रहे हैं. हालांकि अभी इस पर इतना काम नहीं हुआ है.
हालांकि गोल्ड का शौक रखने वालों के लिए उम्मीद की एक किरण बाकी है. दरअसल सोने को रीसाइकिल किया जा सकता है. ऐसे में अगर धरती में समाया सोना खत्म हो जाता है तो घरों में रखे सोने का फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है.
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