Sunny Deol - Bank Of Baroda Update: बीजेपी सांसद और अभिनेता सनी देओल के जुहू स्थित बंगले की नीलामी के लिए पहले नोटिस जारी करने फिर उसे वापस लेने को लेकर सार्वजनिक क्षेत्र की पीएसबी बैंक ऑफ बड़ौदा की जमकर किरकिरी हो रही है. इस मसले को लेकर राजनीति भी शुरू हो चुका है.
कांग्रेस के महासचिव और पार्टी के कम्यूनिकेशन हेड जयराम रमेश ने पूछा कि 24 घंटे में देश को पता लग रहा है कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने तकनीकी कारणों से बंगला के नीलामी को नोटिस को वापस ले लिया है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए पूछा कि, आखिरकार इस टेक्निकल कारण को ट्रिगर किसने किया? तो बैंक ऑफ बड़ौदा ने ट्वीट कर मामले पर अपनी ओर से सफाई दी है.
बैंक ने बड़ौदा ने 21 अगस्त 2023 को सेल नोटिस वापस लेने के विज्ञापन पर ट्वीट कर सफाई देते हुए कहा कि कुल बकाये रकम में ये नहीं स्पष्ट हो रहा कि कुल कितना रकम रिकवर किया जाना है. बैंक ने कहा कि सेल नोटिस सिक्योरिटी इंटरेस्ट इंफोर्समेंट रूल्स 2022 के अनुसार संपत्ति के प्रतीकात्मक पजेशन पर आधारित था. बैंक ने चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के पास 1 अगस्त 2023 को प्रॉपर्टी के फिजिकल पजेशन के लिए आवेदन किया है जिसपर मंजूरी मिलना अभी बाकी है. बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा कि कर्जदार ने बताया कि यूनिट अभी चालू है इसलिए प्रॉपर्टी का फिजिकल पजेशन लेने के बाद सारफेसी एक्ट के तहत सेल एक्शन की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने बताया कि सनी देओल ने बैंक के कर्ज को वापस करने के लिए संपर्क किया है. बैंक ने कहा कि नीलामी से पहले कर्ज लेने वाला व्यक्ति बैंक के बकाया रकम को वापस कर सकता है. बैंक के मुताबिक नॉर्मल इंडस्ट्री प्रैक्टिस का पालन करते हुए सेल नोटिस को वापस लिया गया है.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने रविवार 20 अगस्त को पहले ये विज्ञापन निकाला कि सनी देओल के जुहू स्थित बंगले की ई-ऑक्शन में 25 सितंबर 2023 को नीलामी की जाएगी. एक्टर पर बैंक का 55 करोड़ रुपये बकाया है जिसका उन्होंने भुगतान नहीं किया है. बैंक ऑफ बड़ौदा ने नीलामी के विज्ञापन को निकालते हुए 51.43 करोड़ रुपये नीलामी के लिए रिजर्व प्राइस तय किया था. लेकिन इस नीलामी नोटिस के जारी करने के अगले ही दिन बैंक ने टेक्निकल कारणों का हवाला देते हुए नोटिस वापस ले लिया.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा कि कल ही देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने बीजेपी सांसद सनी देओल पर 56 करोड़ रुपये के बकाये की वसूली के लिए उनके जुहू वाले घर की ई-नीलामी के लिए विज्ञापन निकाला. और महज 24 घंटे में देश को पता लग रहा है कि टेक्निकल कारणों का हवाला देते हुए नीलामी को नोटिस को वापस ले लिया. उन्हों ने पूछा कि ये टेक्निकल कारण को किसने ट्रिगर किया है?
जाहिर है सनी देओल के बहाने ही सही, विपक्ष को मोदी सरकार पर निशाना साधने का बड़ा मौका हाथ लग गया है.
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