नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते देश भर में लॉकडाउन चल रहा है. लोग घरों में क़ैद हैं और इस संकट की घड़ी में सबकी निगाहें सरकार की ओर हैं. संकट और संक्रमण के इस दौर में आज रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने लोगों को राहत की ख़बर दी. उन्होंने रेपो रेट में कटौती की जानकारी दी. इसका सीधा असर आम लोगों पर EMI के रूप में होगा


रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि रेपो रेट में 0.75 अंकों की कटौती की गई है. इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.15 फ़ीसदी से 4.40 फ़ीसदी हो गई है. रेपो रेट में कटौती के बाद अलग-अलग बैंक अपने ब्याज दरों को घंटा सकते हैं. इससे सीधे तौर पर EMI पर असर होगा और आपको सस्ते में लोन भी मिल सकेगा.


वहीं जिन लोगों ने पहले ही फ़्लोटिंग रेट पर जो भी हाउस, ऑटो या किसी और प्रकार के लोन ले रखे हैं उनकी EMI में भी इस कटौती का असर देखने को मिलेगा. इस कटौती की वजह से उन लोगों की EMI भी कम हो जाएगी और उन्हें राहत मिल सकेगी. आरबीआई ने यह कदम कोरोना वायरस महामारी के चलते देशभर में चल रहे लॉकडाउन को देखते हुए लिया है.


हालांकि यह लोन के ब्याज दरों और EMI में कितनी कमी होगी. इसका महत्वपूर्ण फैसला बैंको पर निर्भर होता है. इसके लिए अब बैंकों की ओर लोग देख रह हैं. लेकिन रेपो रेट कम होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि बैंक भी ब्याज दरों में जल्द ही कटौती की घोषणा कर सकते हैं


इसके अलावा आरबीआई ने शुक्रवार को रिवर्स रेपो रेट भी 0.90 फीसदी घटाकर 4 फीसदी कर दिया है. इसके अलावा कैश रिजर्व रेश्यो को 1 फीसदी या 100 बेसिस पॉइंट घटाकर 4 फीसदी से 3 फीसदी कर दिया गया है.बैंकों और एनबीएफसी को तीन महीने का मोराटोरियम दिया गया है जिसके तहत उन्हें कर्ज और ब्याज अदा करने में 3 महीने की छूट दी गई है और इसके जरिए बैंकों और एनबीएफसी को राहत दी गई है. वहीं आरबीआई ने लोगों से डिजिटिल पेमेंट की ओर रूख करने की अपील की है.


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