(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lockdown और कोरोनवायरस का दिखा असर, पहली तिमाही में जीडीपी गिरकर -23.9 फीसदी पर आई
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आज चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी किए.
नई दिल्ली: कोविड-19 संकट के बीच देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट आयी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े आज जारी किए. इन आंकड़ों में जीडीपी में भारी गिरावट दिखी है. सकल घरेलू उत्पाद में इससे पिछले वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
बता दें कि अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों और इंडस्ट्री के जानकारों ने पहली तिमाही में जीडीपी में गिरावट आने के अनुमान दिए थे. इसकी साफ तौर पर वजह बताई गई कि कोरोना वायरस महामारी और उसको रोकने के लिये लगाए ‘लॉकडाउन’ के चलते औद्योगिक उत्पादन गिरा है, देश में सकल घरेलू उत्पाद में बेतहाशा कमी आई है और रोजगार के आंकड़ों में भी बड़ी गिरावट है.
आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में जुलाई महीने में 9.6 प्रतिशत की गिरावट आई है. यह लगातार पांचवां महीना है जबकि बुनियादी उद्योगों का उत्पादन घटा है. मुख्य रूप से इस्पात, रिफाइनरी उत्पाद और सीमेंट क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से बुनियादी उद्योगों का उत्पादन घटा है. जुलाई, 2019 में आठ बुनियादी उद्योगों उत्पादन 2.6 प्रतिशत बढ़ा थ.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में उर्वरक को छोड़कर अन्य सातों क्षेत्रों...कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट आई.
समीक्षाधीन महीने में इस्पात का उत्पादन 16.5 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पादों का 13.9 प्रतिशत, सीमेंट का 13.5 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस का 10.2 प्रतिशत, कोयले का 5.7 प्रतिशत, कच्चे तेल का 4.9 प्रतिशत और बिजली का 2.3 प्रतिशत नीचे आया.
वहीं दूसरी ओर जुलाई में उर्वरक का उत्पादन 6.9 प्रतिशत बढ़ा। जुलाई, 2019 में उर्वरक उत्पादन 1.5 प्रतिशत बढ़ा था.