(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IIBX Gift City: देश का पहला इंटरनेशनल गोल्ड एक्सचेंज लॉन्च, पीएम मोदी ने कहा, अब हर नागरिक वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ेगा
PM Modi ने कहा कि आज IIBX को भी launch किया है. New Development Bank के Regional Office, 3 Foreign Bank, और 4 International Trade Financing Services के साथ महत्वपूर्ण पड़ावों को हमने पार किया है.
International Bullion Exchange : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज (International Bullion Exchange) को लॉन्च किया है. पीएम मोदी ने गांधीनगर के पास इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-गिफ्ट सिटी (International Finance Tech- Gift City) में इस एक्सचेंज को लॉन्च करते हुए कहा कि यह एक्सचेंज फिजिकल गोल्ड (Gold) और सिल्वर (Silver) की बिक्री करेगा. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के बढ़ते आर्थिक सामर्थ्य, भारत के बढ़ते तकनीकी सामर्थ्य और भारत पर विश्व के बढ़ते भरोसे के लिए ये दिन बहुत महत्वपूर्ण है, ऐसे समय में जब भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, आधुनिक होते भारत के नए संस्थान और नई व्यवस्थाएं, भारत का गौरव बढ़ा रही हैं.
इनका रहा योगदान
पीएम मोदी ने कहा कि आज India International Bullion Exchange को भी लॉन्च किया है. New Development Bank के Indian Regional Office, 3 Foreign Banks, और 4 International Trade Financing Services Platforms, इन सबके साथ अनेक महत्वपूर्ण पड़ावों को आज हमने पार किया है. इनसे 130 करोड़ देशवासियों के सामर्थ्य को आधुनिक वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ने में और मदद मिलेगी.
भारत का बढ़ा मान
पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि भारत अब USA, UK और सिंगापुर जैसे दुनिया के उन देशों की कतार में खड़ा हो रहा है जहां से ग्लोबल फाइनेंस को दिशा दी जाती है. उन्होंने कहा कि मैं सभी देशवासियों को अनेक बधाई देता हूँ. मैं विशेष रूप से सिंगापुर के अपने साथियों का भी अभिनंदन करता हूँ जिनके सहयोग से दोनों देशों के लिए संभावनाओं के आयाम खुल रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में रहते हुए जब मैंने गिफ्ट सिटी की परिकल्पना की थी, तो वो केवल व्यापार-कारोबार या आर्थिक गतिविधियों तक सीमित नहीं था. गिफ्ट सिटी की परिकल्पना में देश के सामान्य मानवी की आकांक्षाएँ जुड़ी हैं. गिफ्ट सिटी (Gift City) में भारत के भविष्य का विज़न जुड़ा है, भारत के स्वर्णिम अतीत के सपने भी जुड़े हैं.
दुनिया में 40 % भारत की हिस्सेदारी
पीएम मोदी ने बताया कि नए भारत के नए संस्थानों से, नई व्यवस्थाओं से मेरी बहुत सी अपेक्षाएं भी हैं और आप पर मेरा पूरा भरोसा भी है. आज 21वीं सदी में finance और टेक्नालजी एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं. और बात जब टेक्नालजी की हो, बात साइन्स और सॉफ्टवेयर की हो, तो भारत के पास edge भी है, और experience भी है. उन्होंने कहा कि आज Real time Digital Payments में पूरी दुनिया में 40 परसेंट हिस्सेदारी अकेले भारत की है. आज हम इसमें लीडर हैं. Fintech के क्षेत्र में भारत की ये ताकत पूरी दुनिया को आकर्षित कर रही है. इसलिए, मेरी आप सबसे अपेक्षा है कि Fintech में आप नए नए innovations के लिए टार्गेट करें. GIFT IFSC fintech की ग्लोबल लैबोरेटरी बनकर उभरे.
पीएम ने बताया टारगेट
पीएम मोदी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि मैं चाहता हूँ कि GIFT IFSC, Sustainable और Climate Projects के लिए Global debt और Equity Capital का एक Gateway बने. इसी तरह, भारत को Aircraft Leasing, Ship Financing, Carbon Trading, Digital Currency, और IP Rights से Investment Management तक कई Financial Innovations की जरूरत है. पीएम मोदी ने कहा कि IFSCA को इस दिशा में काम करना चाहिए. IFSCA को Regulation और Operation Cost को भी न केवल भारत बल्कि दुबई सिंगापुर जैसे देशों की तुलना में भी Competitive बनाना चाहिए. आपका लक्ष्य होना चाहिए कि, IFSCA Regulations में लीडर बने, Rule of law के लिए High Standards सेट करे, और दुनिया के लिए पसंदीदा Arbitration Center बन करके उभरे.
क्या है Bullion Exchange
साल 1990 के दशक में नोमिनेटेड बैंकों और एजेंसियों के माध्यम से सोने के आयात का उदारीकरण हुआ था. उसके बाद पहली बार भारत में योग्य ज्वैलर्स को आईआईबीएक्स (IIBX) के माध्यम से सीधे सोना आयात (Gold Imports) की अनुमति दी है. यह एक्सचेंज अपने आप में काफी अहम है. इसके लिए ज्वैलर्स को एक मौजूदा ट्रेडिंग मेंबर का ट्रेडिंग पार्टनर या क्लाइंट होना जरूरी है.
ये होगा फायदा
IIBX की ग्रोथ केवल गिफ्ट सिटी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह देशभर के सभी ज्वैलरी मैन्युफैक्चरिंग हब्स (Manufacturing Hubs) तक होगी. योग्य ज्वैलर्स को आईआईबीएक्स से सोना आयात करने की अनुमति मिलेगी. IIBX मेंबर के क्लाइंट ज्वैलर्स को यह सुविधा होगी. एक्सचेंज पर ज्वैलर्स उपलब्ध स्टॉक देख सकते हैं और ऑर्डर भेज सकते हैं. इससे ज्वैलर्स का इन्वेंट्री मैनेजमेंट काफी सरल हो जाएगा. इससे कीमत और ऑर्डर सिक्वेंसिंग में काफी अधिक पारदर्शिता आएगी.
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