नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रकोप ने हमारी दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया है. सालों से चली आ रही परंपराओं पर भी इसका बड़ा असर हुआ है. देश के बजट पर भी ऐसा ही एक प्रभाव पड़ा है. आजादी के बाद से ऐसा पहली बार होगा कि बजट नहीं छपेगा. कोरोना के चलते 1947 के बाद से पहली बार ऐसा होगा कि बजट पेपर नहीं छपेंगे.
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, प्रिंटिंग प्रेस में लगभग 100 लोगों को एक साथ नहीं रखा जा सकता है. इसलिए, इस बार बजट पेपर नहीं छपेंगे. इसके बदले एक कॉमन लिंक बनाया जाएगा जिससे सभी सांसद और लोग बजट को पीडीएफ फॉरमेट में देख सकेंगे.
1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा
बता दें कि बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से शुरू होगा और 15 फरवरी को समाप्त होगा. 29 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत की जाएगी. 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा.
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया है कि बजट सत्र का दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक होगा. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से ध्यान दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें-
Bird Flu Update: राजधानी दिल्ली में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि, मरे हुए बत्तखों और कौवों में मिला वायरस