CPI Inflation in April: अप्रैल महीने में महंगाई का जोरदार झटका लगा है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (consumer price Index) पिछले 95 महीनों के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है. 12 मई यानी आज आंकड़े जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है. आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल के महीने में खुदरा महंगाई दर 7.79 फीसदी रही है. यह आरबीआई के 2-6 फीसदी के टॉलरेंस लेवल यानी संतोषजनक दायरे से ज्यादा है. लगातार चौथे महीने इसमें इजाफा देखने को मिला है.
तेजी से बढ़ रही महंगाई
आपको बता दें कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में महंगाई की दर देश की कुल महंगाई से भी ज्यादा तेजी से बढ़ी है. दादर और नागर की बात करें तो यहां पर यह 9 महीनों से औसतन 8.3 फीसदी ऊपर रही है. महाराष्ट्र में सीपीआई मुद्रास्फीति लगातार 5 महीनों के लिए 6 फीसदी से ऊपर जा रही है. वहीं, हरियाणा में पिछले 6 महीनों में 6 फीसदी से ज्यादा है.
सीपीआई ने जारी किए आंकड़े
CPI की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में खुदरा महंगाई दर कुल 26 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों में ऊपर रही है. वहीं, भारत के 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में करीब 74 फीसदी रही है.
सिर्फ 2 राज्यों में संतोषजनक दायरे में रही
मध्य प्रदेश में महंगाई दर 9.10 फीसदी रही. तेलंगाना में 9 फीसदी से ऊपर रही है. बता दें देशभर के सिर्फ 2 राज्यों में यह दर आरबीआई के संतोषजनक दायरे में रही है. बता दें मणिपुर में यह दर 2.29 फीसदी और गोवा में 4.01 फीसदी रही है.
क्यों बढ़ रही है महंगाई?
आपको बता दें देशभर में तेजी से बढ़ रहीं ईंधन की कीमतों की वजह से महंगाई दर में इजाफा देखने को मिल रहा है. तेल की कीमतों में इजाफा होने की वजह से ऊर्जा संबंधी उत्पादों के साथ-साथ उन वस्तुओं के भी दाम बढ़ गए हैं. इसके साथ ही ट्रांसपोर्टेशन की लागत में भी इजाफा देखने को मिल रहा है, जिस वजह से महंगाई में इजाफा हो रहा है.
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