Credit Score: अगर कभी क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए किसी बैंक ऐप या फिर अन्य फाइनेंस ऐप पर अप्लाई किया होगा तो क्रेडिट स्कोर के बारे में जरूर पता चला होगा. क्रेडिट स्कोर को हम सिबिल स्कोर से भी जानते हैं. तो आपको यह भी पता होगा कि एक अच्छा क्रेडिट स्कोर हमारे कितना काम आ सकता है. एक अच्छा सिबिल स्कोर लोन लेने के मामले में आपको लेवरेज देता है. यह आपके अधिक लोन की जरूरत को कम ब्याज में पूरा करने के लिए भी जरूरी होता है.


अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से किसी भी काम के लिए लोन मिल सकता है लेकिन अगर ये खराब रैंकिंग में तो इससे आपका काम प्रभावित हो सकता है. कुल मिलाकर आपका क्रेडिट स्कोर आपके जीवन में वह जरूरी संख्या है जो आपके जीवन के हर पहलू पर वित्तीय रूप से असर डालेगा. 


आपका क्रेडिट स्कोर लोन लेने, घर किराए पर लेने और यहां तक की आपके बीमा की कीमत को तय करने में आपकी क्षमता पर भी असर डालती है. वहीं एक अच्छा क्रेडिट स्कोर यानी कि कई वित्तीय विकल्प, जबकि एक खराब स्कोर आपके विकल्पों को बाध्य कर देता है. अपने क्रेडिट स्कोर को सही रखने के लिए आपको यह समझना जरूरी है कि किन वजहों से स्कोर पर असर पड़ता है और इसे सुधारने पर आपको अपने भविष्य में वित्तीय संबंधी समस्या से निबटने में मदद मिल सकती है.


क्रेडिट स्कोर को समझें


क्रेडिट स्कोर आपके क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर क्रेडिट ब्यूरो की ओर से कैलकुलेटेड एक संख्या है. इससे यह पता चलता है कि आपने अब तक का क्रेडिट मैनेजमेंट कैसे किया है. यह कई फैक्टर पर निर्भर करता है, जो इस तरह है:



  • पेमेंट हिस्ट्री: आपने सभी पेमेंट समय पर किया है या नहीं.
    क्रेडिट उपयोग अनुपात (Credit Utilisation Ratio): आप हमेशा अपने कुल क्रेडिट का कितना फीसदी हिस्सा इस्तेमाल कर रहे हैं.
    क्रेडिट हिस्ट्री: यह आपके मौजूदा क्रेडिट खातों की आयु को दिखाती है.
    क्रेडिट के प्रकार (Types Of Credit): इनसे पता चलता है कि आपके पास कई तरह के क्रेडिट खाते हैं, जैसे - लोन और क्रेडिट कार्ड.
    नए क्रेडिट पूछताछ (New Credit Inquiries): क्रेडिट के लिए हाल ही में किए गए आवेदन.


एक हाई क्रेडिट स्कोर लेंडर्स (उधारदाताओं) को बताता है कि आपको लोन देने में अधिक रिस्क नहीं है और आपको लोन के लिए कई ऑफर कम ब्याज दर पर मिलते हैं. वहीं दूसरी ओर एक लो क्रेडिट स्कोर अधिक रिस्क की जानकारी देता है और ये आपकी उधार लेने की संभावनाओं को सीमित करता है. साथ ही ये कर्ज आपको अधिक ब्याज मिलते हैं.


क्यों जरूरी है क्रेडिट स्कोर?


क्रेडिट स्कोर आपके वित्तीय लेन-देन पर असर डालता है. खासकर जब आप लोन लेने या क्रेडिट लेने पर विचार कर रहे हों.



  • लोन अप्रूवल: लेंडर्स आपके क्रेडिट स्कोर का इस्तेमाल कर यह जांच करेंगे कि आप लिए गए कर्ज को चुका सकेंगे या नहीं. एक अच्छा स्कोर लोन अप्रूवल की संभावनाओं को बेहतर बनाता है.

  • इंटरेस्ट रेट: क्रेडिट स्कोर बढ़ने के साथ ब्याज दरें बढ़ेंगी यानी कम ब्याज का भुगतान करना होगा.

  • लोन लिमिट: एक अच्छा क्रेडिट स्कोर से अधिक लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे आपको जरूरत पड़ने पर अधिक कर्ज लेने में मदद मिलती है.

  • ईजी अप्रूवल: एक अच्छा क्रेडिट स्कोर क्रेडिट कार्ड या लोन के साथ-साथ किराये की संपत्ति के लिए भी आसानी से और तुरंत अप्रूवल दे देता है.


आपका क्रेडिट स्कोर केवल एक संख्या नहीं है उससे कहीं अधिक है इसलिए इसे अच्छा बनाएं रखें ताकि जरूरत पड़ने पर आप आसानी से इसका लाभ पा सकें. 


ये भी पढ़ें


Mutual Fund Child Investment: बच्चे के पैदा होते ही कर दें ये काम, 18 प्लस होते-होते बन जाएगा करोड़पति