Credit Suisse UBS Deal: यूरोप के सबसे पुराने बैंकों में से एक क्रेडिट सुईस (Credit Suisse) अब बिक चुका है. इसे स्विट्जरलैंड के ही एक अन्य प्रमुख बैंक यूबीएस (UBS) ने 3.25 बिलियन डॉलर में खरीद लिया है. कई दिनों से चल रही बातचीत के बात रविवार देर शाम इस सौदे पर हस्ताक्षर हो गए. इस डील को मौजूदा बैंकिंग संकट के परिप्रेक्ष्य में बड़ा डेवलपमेंट माना जा रहा है. हालांकि यह सौदा होते ही हजारों लोगों के सामने बेरोजगार होने का खतरा भी मंडरा रहा है.
मौजूदा संकट का सबसे बड़ा शिकार
अमेरिका से शुरू हुआ मौजूदा बैंकिंग संकट (Banking Crisis) पूरी दुनिया में असर दिखा रहा है. अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक, वेस्टर्न पैसिफिक बैंक आदि मौजूदा संकट के शिकार बन चुके हैं. हालांकि क्रेडिट सुईस इस संकट का शिकार होने वाला सबसे बड़ा नाम है. 167 साल पहले शुरू हुए इस बैंक को बैंकिंग की दुनिया में बड़ा प्रतिष्ठित नाम माना जाता रहा था. यही कारण है कि क्रेडिट सुईस के संकट में फंसने से न सिर्फ स्विट्जरलैंड की सरकार को चिंता हो गई, बल्कि ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक भी सरकारें चौकन्नी हो गई.
यूबीएस ने पहले किया इतना ऑफर
क्रेडिट सुईस के डूबने का असर व्यापक न हो, इसे लेकर तमाम सरकारें व प्राधिकरण हस्तक्षेप करने लगीं. इसी क्रम में स्विट्जरलैंड का ही एक अन्य प्रमुख बैंक यूबीएस इसे खरीदने के लिए आगे आया. क्रेडिट सुईस के ऊपर नियामकों और प्राधिकरणों की ओर से जल्द समाधान खोजने का प्रेशर था. वहीं यूबीएस ने इस डील के लिए शुरुआत में महज 01 बिलियन डॉलर तक का ऑफर दिया था, जिसे क्रेडिट सुईस ने काफी कम बताया था. अंतत: रविवार शाम तक डील पर बात बन गई और यूबीएस ने ऑफर बढ़ा कर 3.25 बिलियन डॉलर कर दिया.
अभी भी इतने कम में हुआ सौदा
हालांकि यूबीएस के इस ऑफर के हिसाब से भी देखें तो उसे यह सौदा काफी सस्ता पड़ा है. दोनों बैंकों के बीच का ऑल-शेयर डील पर सहमति बनी है. इस हिसाब से देखें तो 01 बिलियन डॉलर का यूबीएस का पुराना ऑफर क्रेडिट सुईस के लिए करीब 0.27 डॉलर यानी 0.25 स्विस फ्रैंक प्रति शेयर था. अब जब यूबीएस ने ऑफर को बढ़ाकर 3.25 बिलियन डॉलर कर दिया है, तो यह प्रति शेयर 0.81 स्विस फ्रैंक के आस-पास पहुंचता है. पिछले सप्तह शुक्रवार को क्रेडिट सुईस का शेयर 1.86 स्विस फ्रैंक के भाव पर बंद हुआ था. यानी अभी भी यूबीएस का ऑफर क्रेडिट सुईस की मौजूदा शेयर वैल्यू की तुलना में 1.5 गुणा से ज्यादा कम है.
जा सकती हैं इतनी नौकरियां
बहरहाल इस डील से स्विट्जरलैंड समेत कई देशों के बैंक नियामकों ने राहत की सांस ली है. हालांकि क्रेडिट सुईस के कर्मचारियों के लिए राहत अभी दूर की कौड़ी है. खबरों के हिसाब से क्रेडिट सुईस के हजारों कर्मचारियों को इस सौदे के बाद बेरोजगार होना पड़ सकता है. यूबीएस का कहना है कि डील से पहले ही क्रेडिट सुईस करीब 9 हजार लोगों को काम से निकालने की तैयारी में था. सौदे के बाद इन 9 हजार लोगों का बेरोजगार होना तो तय है. वहीं इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि छंटनी का शिकार होने वाले लोगों की संख्या इसकी तुलना में कई गुणी हो सकती है, क्योंकि बड़े स्तर पर कॉस्ट कटिंग की जानी है.
यूबीएस की अब ऐसी है योजना
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूबीएस और क्रेडिट सुईस दोनों को मिलाकर अभी दुनिया भर में करीब 1.25 लाख कर्मचारी हैं. इनमें से करीब 30 फीसदी लोग स्विट्जरलैंड में कार्यरत हैं. यूबीएस ने रविवार को डील के बाद बयान में कहा था कि उसकी योजना 2027 तक संयुक्त इकाई की लागत 08 बिलियन डॉलर से ज्यादा कम करने की है. दिलचस्प है कि अकेले क्रेडिट सुईस ने पिछले साल 16 बिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च किया था. कॉस्ट कटिंग की इस योजना का साफ मतलब है कि कई जगहों पर बैंक का परिचालन बंद होगा, जिसके चलते कर्मचारी निकाले जाएंगे.
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