Crude Oil Price : कच्चे तेल के दाम में गिरावट का दौर जारी है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल का दाम सोमवार को भी गिरा है. कच्चे तेल का दाम गिरकर दो महीने में पहली बार 85 डाॅलर प्रति बैरल के नीचे आ चुका है. यह गिरावट ऐसे समय हुई है, जब सऊदी अरब और दूसरे OPEC देश अपना उत्पादन बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. इसके अलावा चीन में कोविड के नियम एक बार फिर कड़े हुए हैं, जिस कारण ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम गिर रहे हैं.
वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोपिय यूनियन (EU) जल्द ही रूस पर कच्चे तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगा सकता है. ऐसे में OPEC संगठन के देश कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. चर्चा है कि संगठन 5 लाख बैरल तक उत्पादन बढ़ा सकते हैं.
एक हफ्ते में 7 फीसदी गिरा ब्रेंट ऑयल
ब्रेंट क्रूड ऑयल एक साल के दौरान 10 फीसदी से अधिक टूटा है, जबकि एक महीने के दौरान यह 5 फीसदी गिरा है. इसके अलावा एक हफ्ते की बात करें तो यह 7 फीसदी टूटकर गिर चुका है. वहीं MCX पर क्रूड ऑयल एक हफ्ते में 1.5 फीसदी चढ़ा है. हालांकि एक माह के दौरान यह 8 फीसदी गिरा है और एक साल में 15 फीसदी की उछाल दर्ज की है.
OPEC ने की थी दो साल की सबसे बड़ी कटौती
अक्टूबर महीने में ओपेक ने उत्पादन में पिछले 2 साल की सबसे बड़ी कटौती की थी. यह कटौती ऐसे समय पर की गई थी, जब तेल के बाद तेजी से बढ़ रहे थे. उम्मीद है कि एक बार फिर 4 दिसंबर को ओपेक देशों की होने वाली बैठक में कटौती पर फैसला लिया जा सकता है.
गोल्डमैन सैक्स ने घटाया क्रूड आयल का अनुमान
गोल्डमैन सैक्स ने ब्रेंट क्रूड आयल की कीमत का अनुमान पहले से 10 डाॅलर घटा दिया है. अब ब्रेंट क्रूड ऑयल की औसत कीमत 100 डाॅलर रहने का अनुमान जताया है. यह अनुमान दिसंबर तिमाही के लिए रखा है.
कम हो सकती है पेट्रोल-डीजल की कीमतें
क्रूड ऑयल के दाम घटने से भारत में भी इसका असर दिख सकता है. लगातर कीमतों में हो रही गिरावट के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम में सरकार कटौती कर सकती है. नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये है. वहीं, मुबंई में पेट्रोल-डीजल की कीमतें क्रमशः 106.31 प्रति लीटर और 94.27 रुपये प्रति लीटर है.