Crude Oil Prices Rises Again: 6 अप्रैल 2022 के बाद से पेट्रोल डीजल की कीमतों नहीं बढ़ी है. लेकिन आम लोगों पर एक बार फिर महंगे पेट्रोल डीजल की मार पड़ सकती है. दरअसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में फिर से उबाल देखने को मिल रहा है. कच्चे तेल के दाम फिर से 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जा पहुंचा है. कच्चे तेल सोमवार को 112 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है. यानि एक हफ्ते से भी कम समय में कच्चे तेल दामों में 15 फीसदी के करीब तेजी आई है.
रूस पर नए प्रतिबंधों से कच्चे तेल के दामों में उछाल
रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के लंबे खींचने के चलते कच्चे तेल के दामों में फिर से बड़ी उछाल आई है. इंटरनेशनल बेंचमार्क ब्रेट क्रूड ऑयल फिर से 112 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर ट्रेड कर रहा है. दरअसल रूस पर और कड़े प्रतिबंधों की आशंकाओं के चलते कच्चे तेल के दामों में ये देखी जा रही है. पहले ही रूस पर कई प्रकार के आर्थिक प्रतिबंध लगाये जा चुके हैं. दरअसल रूस दुनिया के बड़े तेल उत्पादक देशों में शामिल है. रूस यूरोप को उसके कुल खपत का 35 फीसदी कच्चा तेल सप्लाई करता है. भारत भी रूस से कच्चा तेल खरीदता है. दुनिया में 10 बैरल तेल जो सप्लाई की जाती है उसमें एक डॉलर रूस से आता है. ऐसे में कच्चे तेल की सप्लाई बाधित होने से कीमतों में और अधिक तेजी आ सकती है.
फिर से पेट्रोल डीजल के बढ़ सकते हैं दाम
इन आशंकाओं के चलते कच्चे तेल के दामों में उबाल है तो माना जा रहा है कि कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी के बाद सरकारी तेल कंपनियां फिर से पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर सकती हैं. पहले ही 22 मार्च के बाद सरकारी तेल कंपनियां पेट्रोल डीजल के दामों में 10 रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर चुकी हैं. जिससे आम लोग परेशान हैं और अब कच्चे तेल के दामों में नए सिरे से उछाल के बाद पेट्रोल डीजल के दामों में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है.
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