सिंगापुर: अमेरिका में कच्चे तेल की कीमत के शुन्य से नीचे चले जाने के बाद बुधवार को इसमें उछाल देखने को मिला. कोरोना वायरस महामारी के चलते मांग में अप्रत्याशित कमी के चलते कच्चे तेल पर लगातार दबाव देखने को मिल रहा है.


अमेरिकी मानक वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का भाव जून डिलीवरी के लिए करीब 10 प्रतिशत चढ़कर 12.68 डॉलर प्रति बैरल पर था. एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार के दौरान इसमें लगभग 20 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली थी.


इससे पहले सोमवार को मई डिलीवरी के लिए डब्ल्यूटीआई नकारात्मक 40.32 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया था. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मंगलवार को सौदा खत्म होने से पहले कारोबारियों को इसे बेचना था, लेकिन भंडारण क्षमता नहीं होने के कारण उन्हें चंद खरीदार ही मिल सके. नकारात्मक कीमतों का मतलब है कि कारोबारियों को तेल देने के साथ ही भुगतान करने के लिए मजबूर होना पड़ा.


यूरोपीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमतों में जून डिलीवरी के लिए दो प्रतिशत से अधिक का उछल देखने को मिला, हालांकि बाद में इसने अपनी बढ़त गंवा दी और यह तीन फीसदी गिरावट के साथ 18.73 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था. पिछले दिन यह 18 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया था.


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