क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनी बाइनेंस को भारत में अपना परिचालन शुरू करने से ऐन पहले एक नया झटका लगा है. फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट ने ग्लोबल क्रिप्टो फर्म के ऊपर करोड़ों की पेनल्टी लगा दी है. एफआईयू की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले से जुड़ी हुई है.


दोबारा परिचालन शुरू करने की तैयारी


न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट ने भारत के मनी लॉन्ड्रिंग कानून के कथित उल्लंघन को लेकर बाइनेंस के ऊपर 18.82 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई है. रिपोर्ट के अनुसार, फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट ने यह कार्रवाई बुधवार 19 जून को की. बाइनेंस के ऊपर यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है, जब वह भारत में फिर से अपना परिचालन शुरू करने की तैयारी में है.


इस कारण हुआ बाइनेंस पर एक्शन


एफआईयू का कहना है कि बाइनेंस भारत में मनी लॉन्ड्रिंग पर रोकथाम लगाने वाले कानून के तहत वर्चुअल डिजिटल एसेट सर्विस प्रोवाइडर की कैटेगरी में आती है. ऐसे में उसके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कानूनों का पालन करने की जिम्मेदारी बनती है. कंपनी कानून का पालन करने में असफल रही. इसी कारण यह कार्रवाई की गई है.


पिछले साल जारी हुआ था नोटिस


पेनल्टी लगाने की इस कार्रवाई से पहले बाइनेंस को नोटिस भी जारी किया जा चुका था. फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट ने पिछले साल दिसंबर में ही बाइनेंस को नोटिस जारी किया था. बाइनेंस को पीएमएलए के तहत भारत में खुद को एफआईयू के पास रिपोर्टिंग एंटिटी के तौर पर रजिस्टर करना था. बाइनेंस के द्वारा इसका अनुपालन नहीं करने के बाद भारत में उसके परिचालन पर रोक लगा दी गई थी.


एक्शन पर नहीं आया बाइनेंस का रिएक्शन


रिपोर्ट के अनुसार, बाइनेंस ने पिछले साल दिसंबर में एफआईयू से नोटिस मिलने के बाद उसका मौखिक और लिखित दोनों जवाब दिया था. हालांकि बाइनेंस के जवाब से फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट संतुष्ट नहीं हुई और उसने पेनल्टी लगाने का फैसला किया. अभी इस पेनल्टी पर बाइनेंस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.


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