Fake Crypto Exchange Fraud: फेक क्रिप्टो एक्सचेंज ने निवेशकों को लगाया 1,000 करोड़ रुपये का चूना, रिपोर्ट में सामने आई ये बात
Fake Crypto Exchange News: क्लाउडसेक के मुताबिक क्रिप्टो स्कैमर्स यूजर्स को Identity Scam और Phishing के जरिए फेक क्रिप्टो एक्सचेंज (Fake Crypto Exchanges) में निवेश करने के लिए लुभाते हैं.

Fake Crypto Exchanges: क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency) में निवेश इन दिनों निवेशकों को खूब लुभा रहा है. लेकिन फेक क्रिप्टो एक्सचेंज (Fake Crypto Exchanges) ने निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है. साइबर सिक्योरिटी फर्म क्लाउडसेक (CloudSEK) के मुताबिक देश में फेक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Fake Crypto Exchanges) में निवेश कर निवेशकों ने 1,000 करोड़ रुपये गवां दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया पोर्टल ( Social Media Portal) के जरिए इन निवेशकों ने फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज में निवेश किया था.
फेक क्रिप्टो एक्सचेंज के लिए फ्रॉड
क्लाउडसेक (CloudSEK)के रिपोर्ट के मुताबिक क्रिप्टो स्कैमर्स यूजर्स के लुभाने के लिए अलग-अलग तरीका अपनाते हैं. आईडेंटिटी स्कैम ( Identity Scam) और फीशिंग ( Phishing) के जरिए यूजर्स को फेक क्रिप्टो एक्सचेंज (Fake Crypto Exchanges) में निवेश करने के लिए लुभाया जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज बिलकुल असली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की तरह नजर आता है. ये सायबर फ्रॉड वेलकम ऑफर के तहत 100 डॉलर का क्रेडिट देकर यूजर को लुभाते हैं. यूजर्स का भरोसा जीतने के लिए उन्हें ये रकम खाते में क्रेडिट भी कर दी जाती है. इस झांसे में आने के बाद यूजर्स प्लेटफॉर्म में ज्यादा कमाई करने के लिए पैसे डालता है. यूजर द्वारा अपनी ओर से पैसा डालने के बाद फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म से यूजर के लिए ट्रेडिंग और विथड्रॉल फैसिलिटी को वापस ले लिया जाता है और उसे डिजेबल कर दिया जाता है.
मुंबई में सामने आया था ये मामला
हाल ही में मुंबई पुलिस ने 27 मई को कांदिवली लेस्ट एरिया में अंडर ग्रैजुएट छात्र को गिरफ्तार किया था जिसने 1.5 करोड़ रुपये का क्रिप्टो घोटाला किया था. उसने यूजर्स को 25 फीसदी मुनाफा देने का वादा किया था लेकिन वो दे नहीं सका. वहीं ये खबर सामने आई थी कि मुंबई के मालाबार हिल में फ्रॉड क्रिप्टो एक्सचेंज ने 1.57 करोड़ रुपये एक निवेशक के चुरा लिए. ऐसा क्रिप्टो फ्रॉड केवल भारत में ही नहीं हो रहा है. अमेरिका में भी ऐसे मामले सामने आये हैं. 17 जून को एफबीआई के एक एजेंट ने मीडिया को जानकारी दी थी कि लिंकडिन पर जाकर ऐसे क्रिप्टो स्कैमर्स प्रोफेशनल्स को झांसा देकर लुभाने में जुटे हैं. पहले स्कैम करने वाले यूजर्स का भरोसा जीतते हैं फिर फर्जी क्रिप्टो प्लेटफॉर्म के जरिए चूना लगाते हैं.
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