Finance Minister: वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने मंगलवार को कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत क्रिप्टोकरेंसी पर चर्चा एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने वाशिंगटन में 'लॉन्ग-टर्म के लिए निवेश के अवसर: भारत उदय पर' विषय पर एक गोलमेज बैठक में भाग लेते हुए कहा, "क्रिप्टोकरंसीज में इतने सारे पतन और झटकों को देखते हुए हम इस मामले से निपटने के लिए सभी देशों के लिए एक साझा ढांचा विकसित करना चाहते हैं."
वित्त मंत्री के साथ निवेशकों के एक विविध समूह ने बैठक में भाग लिया
बैठक की मेजबानी उद्योग निकाय सीआईआई, यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल और यूएस चैंबर ने की थी. गोलमेज सम्मेलन में वरिष्ठ अधिकारियों, निजी क्षेत्र के बिजनेस लीडर्स, उद्यम पूंजीपतियों, संस्थागत निवेशकों और पेंशन और बंदोबस्ती निधियों के प्रतिनिधियों सहित निवेशकों के एक विविध समूह ने भाग लिया.
मुक्त व्यापार समझौतों पर वित्त मंत्री ने दी ये जानकारी
सीतारामन ने भारत के सचेत नीति विकल्पों और संरचनात्मक और शासन सुधारों के बारे में समूह को बताया और कहा कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को अपनी पूरी क्षमता से विकास करने का मौका मिला है. उन्होंने कहा, "मुक्त व्यापार समझौतों पर आजकल बहुत तेजी से हस्ताक्षर किए जा रहे हैं. हमने अभी-अभी ऑस्ट्रेलिया के साथ एक समझौता किया है. इससे पहले हमने संयुक्त अरब अमीरात, मॉरीशस और आसियान के साथ किया था. हमने कम से कम विकसित देशों को कोटा-मुक्त और शुल्क-मुक्त व्यवस्था का विस्तार किया है."
चुनौतियों से भरा था कोविडकाल- वित्त मंत्री
वित्त मंत्री ने भारत के मजबूत डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे जैसे ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) और अकाउंट एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म पर भी प्रकाश डाला, जिसने छोटे उद्यमियों को क्रेडिट और अन्य डिजिटल सेवाओं तक पहुंचने में सक्षम बनाया है. महामारी के बाद की चुनौतियों से भरी दुनिया में, उन्होंने कहा कि भारत नीतिगत निश्चितता, कुशल जनशक्ति, उच्च डिजिटल तकनीक अनुकूलन दर प्रदान करता है जिसके चलते निवेश के कई अवसर मिलते हैं. सीतारामन ने प्रतिभागियों से अधिक समृद्धि, अपने नागरिकों के लिए बेहतर जीवन स्तर और निवेशकों के लिए उच्च रिटर्न की दिशा में भारत की रोमांचक परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा बनने का आह्वान किया.
ये भी पढ़ें