(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Cryptocurrency: क्या क्रिप्टोकरेंसी की कीमत घटकर रह जाएगी जीरो, जानें क्यों कह रहे हैं ऐसा-क्या कारण हैं सामने
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वाले इंवेस्टर्स को डराना नहीं चाहते पर इस वर्चुअल करेंसी पर हाल में ऐसी बातें सामने आई हैं जो कि क्रिप्टो की वास्तविक वैल्यू को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं.
Cryptocurrency: टेक्नोलॉजी और कर्ज को एक साथ मिलाना कभी भी समझदारी नहीं कही जा सकती है क्योंकि जब टेक्नोलॉजी काम करती है तो उसका मूल्यांकन बहुत ऊंचा होता है. हालांकि जब टेक्नोलॉजी जब अगले कदम की ओर बढ़ती है तो लोन डिफॉल्ट के मामले भी बढ़ने की संभावना रहती है. एफटीएक्स, एलन मस्क और सॉफ्टबैंक इस सबक को सीख रहे हैं. जी हां- हम ये क्रिप्टोकरेंसी के भ्रम के तोड़ने के बारे में बात कर रहे हैं.
ट्विटर के उदाहरण को देखें जहां पैसा खोने की गुंजाइश बन गई है
उदाहरण के लिए आप ट्विटर को देख लें जो साल 2019 में मुनाफा कमाने वाली कंपनी बन गई, लेकिन अब ये एक अरब डॉलर के कर्ज पेमेंट्स के मामले में फंसी दिखाई दे रही है. वॉल स्ट्रीट इस समय ट्विटर के कर्ज को नजरंदाज नहीं कर सकती है जो डॉलर में 60 सेंट के बराबर हो सकता है. बिना पैसा खोए भी ट्विटर के नए मालिक और सीईओ एलन मस्क ने एंप्लाइज से कह दिया है कि 'दिवालियापन' की आशंका का प्रश्न बाहर नहीं है. हालांकि उन्हें अपनी खुद की कंपनी टेस्ला के हाई वैल्यू शेयर (भले ही गिरावट दिखा रहे हैं) बेचने से लाभ हुआ है. एलन मस्क ने कहा है कि ट्विटर फ्री-स्पीच के सिद्धांतो पर काम करेगा. ट्विटर की गिरावट के चलते विज्ञापनदाता से लेकर इसके कर्मचारी भाग रहे हैं. अगर एलन मस्क डिफॉल्ट करते हैं और ट्विटर से चले जाते हैं तो कंपनी के पास पुराने कोड और बेकार की वस्तुओं के अलावा कुछ नहीं बचेगा.
FTT एक्सचेंज के विवाद से हमने क्या सीखा
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ताजा विवादों में रहा नाम सैम बैंकमैन-फायड का है जिनके एफटीएक्स एक्सचेंज के धराशायी होने की कहानी बेहद चर्चा में रही. निश्चित तौर पर ये कंपनियां गलत तरीके से कस्टमर्स के ऐसेट्स को गैरकानूनी तरीके से यूज करती रहीं. पैसा निकाला गया तो ऐसे कि जैसे बैंक का पूरा साथ हो. हालांकि इस कंपनी का सबसे बड़ा गुनाह ये था कि अपने खुद के एफटीटी टोकन के सामने इन्होंने पैसा निकाला, इसका कंपनी को कोई फायदा नहीं मिला.
क्रिप्टो का सामूहिक भ्रम टूटना शुरू हो चुका है
क्रिप्टो का सामूहिक भ्रम इसी के साथ टूटना शुरू हो चुका है. एफटीएक्स पर ट्रेड इतना बारीक था कि वो कोई भी कीमत तय करने में सक्षम था लेकिन ऐसा हमेशा के लिए नहीं था. एफटीएक्स और Alameda ने उन टोकन के बदले कर्ज लेना शुरू किया जिनके दाम वो खुद तय कर सकते थे और हेरफेर कर सकते थे. हर तरह से एक भ्रम करने वाला ट्रेड जब अपनी असल रंगत में आया तो कंपनी के एंप्लाई, वेंडर वो सभी हैरान रह गए जिनको खुद एफटीटी टोकन में ही सैलरी और पेमेंट मिलता था. जब ये तिलिस्म टूटा तो 10 अरब डॉलर का मार्केट कैप टूटकर 40 लाख डॉलर तक नीचे आ गया है.
एफटीटी के कर्ज में डूबे निवेशक
क्रिप्टोकरेंसी के जानकार होने के बावजूद आप किसी को हमेशा भ्रम में नहीं रख सकते हैं और वास्तविकता आखिरकार भ्रम को पलट ही देती है. केवल भ्रम के बुलबुले में एक पिन चुभाने की देर है. कॉइनडेस्क ने जैसे ही Alameda की बैलेंसशीट लीक की, जो एफटीटी टोकन्स से भरी हुई थी, बिनान्स के सीईओ चैंगपेंग झाओ ने बिकवाली शुरू कर दी. केवल 48 घंटों में एफटीटी के दाम 22 डॉलर प्रति कॉइन से 3 डॉलर प्रति कॉइन तक आ गए हैं. जब अंधेरा छंटा तो Alameda और एफटीटी के ऊपर 8 अरब डॉलर से 15 अरब डॉलर का कर्ज आ चुका था. अब जबकि कंपनी के पास रीपेमेंट के लिए बेहद कम दाम बचे हैं तो इसमें कई साल लग जाएंगे कि किसे क्या मिलने वाला है.
क्रिप्टो के अन्य प्लेटफॉर्म को देखकर सबक लें
क्रिप्टो के अन्य प्लेटफॉर्म को देखें तो बिनान्स और क्रिप्टो डॉटकॉम के ऊपर 4 फीसदी से लेकर 8 फीसदी तक के पेमेंट मिल रहे हैं पर केवल 0.01 फीसदी का ब्याज मिल पा रहा है. लेकिन क्रिप्टो के ऊपर कोई ब्याज कैसे दे सकता है? इस तरह के कारोबार के बारे में सोचना ही गलत है.
जेनेसिस ग्लोबल कैपिटल ने क्रिप्टोकरेंसी उधार लेने की सुविधा के लिए एक उधार मंच बनाया है लेकिन किसके खिलाफ? क्या केवल हवा-हवाई दावों के खिलाफ..विंकल्वॉस ट्विन्स की लगाई गई जेमिनी जैसी फर्में 8 फीसदी ब्याज दर दे रही थीं जिससे कस्टमर्स को यील्ड मिल सके. लेकिन ये एक अच्छा सवाल है कि किप्टो के ऊपर यील्ड क्यों मिलेगी? क्रिप्टों के जानकारों ने इस बात पर तो काम किया कि ये ऊपर जाएगी तो पैसा बनेगा, लेकिन इस बात पर कोई गौर नहीं किया कि जब ये नीचे जाएगी तो लोगों के पैसे का क्या होगा. क्रिप्टो को एक हॉट फेवरिट डेस्टिनेशन की तरह मानकर जबरदस्त उधार दिया गया था. हालांकि जब तक कि कोई 90 फीसदी नीची कीमत के साथ फंस नहीं गया और बाकी सभी को डिफ़ॉल्ट कर्ज के साथ छोड़ दिया गया ये सिलसिला जारी रहा. अब तो कहा जा रहा है कि शायद ये ही इकलौता तरीका था जिससे क्रिप्टो पर फैला भ्रम खत्म हो सकता था.
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