WazirX: चोरी का पता लगाएं और बन जाएं अरबपति, इस कंपनी ने दिया 200 करोड़ का ऑफर
WazirX Crypto Theft: वजीरएक्स पिछले सप्ताह हैकरों का शिकार बन गई, जिसमें उसके वॉलेट से करोड़ों की वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी की निकासी कर ली गई. कंपनी अब रिकवरी के प्रयास कर रही है...
भारतीय क्रिप्टो कंपनी वजीरएक्स ने अपनी चोरी हुई संपत्ति का पता लगाने के लिए एक अनोखा ऑफर पेश किया है. इस ऑफर के तहत आप एक झटके में अरबपतियों की लिस्ट का हिस्सा बन सकते हैं. उसके लिए बस आपको वजीरएक्स की चोरी हुई संपत्ति का पता लगाना होगा.
वॉलेट से चोरी हुईं ये क्रिप्टोकरेंसी
वजीरएक्स एक भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनी है. कंपनी हाल ही में एक हैकिंग के मामले का शिकार बनी है. उस मामले में हैकरों ने वजीरएक्स की 234 मिलियन डॉलर की संपत्ति चोरी कर ली है. चोरी हुई संपत्ति में कई क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं. हैकरों ने वजीरएक्स के सिस्टम में सेंध लगकर 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यू की शिबा इनु क्रिप्टोकरेंसी की चोरी की. उसके अलावा चोरी हुई क्रिप्टोकरेंसी में 52 मिलियन डॉलर के बराबर इथेरियम, 11 मिलियन डॉलर के बराबर मैटिक और 6 मिलियन डॉलर के बराबर पेपे शामिल हैं.
रिकवरी पर मिलेगा इतना रिवार्ड
कंपनी अब अपनी चोरी हुई संपत्ति को रिकवर करने का प्रयास कर रही है. वजीरएक्स के को-फाउंडर ने इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कंपनी के ऑफर की जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि जो कोई कंपनी चोरी हुई 234 मिलियन डॉलर की संपत्ति को रिकवर करेगा, उसे कंपनी रिवार्ड के रूप में 23 मिलियन डॉलर देगी. भारतीय करेंसी में रिवार्ड की वैल्यू 192.46 करोड़ रुपये हो जाती है.
आलोचना के बाद बढ़ाई गई रकम
कंपनी ने पहले रिकवरी के लिए रिवार्ड के रूप में कम धनराशि का ऑफर दिया था. पहले उसने कहा था कि चोरी हुई संपत्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने पर 10 हजार डॉलर रिवार्ड के रूप में दिए जाएंगे. उसके अलावा कंपनी व्हाइट हैट रिवार्ड के रूप में रिकवर्ड अमाउंट का 5 फीसदी भी देगी. उसके बाद कंपनी ने रिवार्ड को बढ़ाकर 11.5 मिलियन डॉलर कर दिया था. अब उसे बढ़ाकर 23 मिलियन डॉलर किया गया है. इंटरनेट यूजर पहले कम रिवार्ड के लिए कंपनी की आलोचना कर रहे थे.
पिछले सप्ताह शिकार बनी कंपनी
भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज फर्म वजीरएक्स के साथ यह घटना 18 जुलाई को हुई, जब हैकरों ने सेंध लगाते हुए उसके वॉलेट करोड़ों की वैल्यू में विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी की निकासी कर ली. कंपनी ने उसके बाद मामले की जांच शुरू की और अपने प्लेटफॉर्म से हर तरह की निकासी पर रोक लगा दी. अभी उसकी चोरी हुई संपत्ति का पता नहीं लग पाया है.
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