साइरस मिस्त्री और टाटा ग्रुप के बीच लड़ाई का एक और दौर शुरू हो गया है. साइरस मिस्त्री के शपोरजी पलोनजी ग्रुप ने टाटा संस के बोर्ड सदस्यों के खिलाफ नोटिस भेज कर आरोप लगाया है कि वे फंड जुटाने में अड़चन डाल रहे हैं. शपोरजी पलोनजी ग्रुप पहले ही कर्ज न चुका पाने की वजह से मुश्किलों से घिर गया है.


मिस्त्री परिवार ने कहा, ग्रुप को फंड  हासिल करने से रोका जा रहा है


लाइव मिंट की खबर के मुताबिक शपोरजी पलोनजी ग्रुप से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि टाटा संस के बोर्ड मेंबर मिस्त्री परिवार को टाटा संस के शेयर बेचकर फंड जुटाने में मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं.  ग्रुप ने कहा कि मिस्त्री ग्रुप टाटा संस में अपनी शेयरहोल्डिंग बेचकर क्यों फंड नहीं जुटा सकता और वो इसमें क्यों अड़चन डाल रहे हैं.


टाटा संस के बोर्ड सदस्यों को तीन दिन में इस नोटिस का जवाब देना है. शपोरजी पलोनजी ग्रुप के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस नोटिस में ग्रुप को हुए नुकसान की भरपाई की भी मांग की गई है. इस नोटिस में यह भी लिखा गया है कि टाटा संस के इस कदम से बैंकों और वित्तीय संस्थानों में एक दहशत फैल गई है, जिससे शपोरजी-पलोनजी समूह को खासा नुकसान हुआ है.


डिफॉल्ट कर रही शपोरजी-पलोनजी ग्रुप की कंपनियां 


वैसे टाटा संस ने इस मामले में अभी तक कोई प्रक्रिया व्यक्त नहीं की है.  शपोरजी ग्रुप के इस नोटिस देने से एक दिन पहले ही ग्रुप की कंपनी स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर लिमिडेट अपना बकाया नहीं चुका पाई थी. प्रमोटर्स सिर्फ 103 करोड़ रुपए ही चुका पाए जबकि पूरा कर्जा एक हजार करोड़ रुपये का है. इस महीने के आखिर तक यह कर्ज चुकाना है. पांच सितंबर को टाटा संस ने सुप्रीम कोर्ट के सामने एक आवेदन डालकर कहा कि वह शपोरजी पलोनजी ग्रुप को टाटा संस के शेयर गिरवी रखकर फंड जुटाने से रोके. कंपनी ने शेयरों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से तरीके से गिरवी रखने पर रोक लगा दी.


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