पैकेटबंद कंज्यूमर गुड्स कंपनी डाबर के शुद्ध मुनाफे में 400 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. दिसंबर तिमाही ( 2020) में डाबर के शुद्ध मुनाफे में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 21 फीसदी का मुनाफा दर्ज हुआ है और यह बढ़ कर 400 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. दिसंबर तिमाही में कंपनी के वॉल्यूम में भी इजाफा हुआ और यह बढ़ कर 18.1 फीसदी पर पहुंच गया. वहीं रेवेन्यू में 18.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 2071 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
एचयूएल, मैरिको की तरह डाबर को भी बंपर फायदा
एचयूएल, मैरिको की तरह डाबर के रेवेन्यू में भी इजाफा हुआ है. इन कंपनियों को शहरी मांग के साथ ही ग्रामीण मांग में भी इजाफे का फायदा मिल रहा है. डाबर इंडिया की ओर से कहा गया है कि इसके एफएमसीजी बिजनेस में ग्रोथ ने कंपनी के रेवेन्यू में इजाफा किया है. कंपनी के मुताबिक कोरोना संक्रमण के बाद आर्थिक गतिविधियों में इजाफे के साथ ही लोगों ने खर्च बढ़ाना शुरू किया है.
रूरल डिमांड बढ़ने से कंपनी के मुनाफे को रफ्तार
कंपनी को रूरल मार्केट में डिमांड बढ़ने का फायदा हो रहा है. कंपनी का हेल्थकेयर बिजनेस भी इसके लिए अच्छा मुनाफा कमाने वाला साबित हो रहा है. कोरोना संक्रमण के दौरान इम्यूनिटी बढ़ाने वाले इसके प्रोडक्ट की खासी बिक्री हुई है. कंपनी ने अपने कंज्यूमर केयर प्रोडक्ट की मैन्यूफैक्चरिंग, सेल और एक्सपोर्ट के लिए नई सब्सीडियरी कंपनी गठित करने का ऐलान किया है.
डाबर च्यवनप्राश, वाटिका शैंपू, शहद समेत कई लोकप्रिय प्रोडक्ट बेचती है. कंपनी का रूरल मार्केट में अच्छा दखल है. कई सेगमेंट में वह रूरल मार्केट में लीडर है. हाल में कंपनी ने अपने उत्पादों का निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया है. इसके लिए नई मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी भी तैयार की जा रही है. नई फैसिलिटी से जल्द उत्पादन शुरू हो सकता है.
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