Dearness allowance: हाल ही में केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में इजाफा किया है. सरकार की ओर से महंगाई भत्ते की दर को 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया गया है. इसे एक जुलाई 2021 से बढ़ाने का फैसला किया है. दरअसल, सरकार की ओर से यह इजाफा डेढ़ साल के अंतराल पर किया गया है. इससे केंद्र सरकार के करीब 1.14 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभ होगा.


डीए और डीआर में बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर 34,401 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. इससे पहले कोरोना के कारण सरकार ने डीए और डीआर की तीन अतिरिक्त किस्तों को रोक लिया था. ये किस्तें एक जनवरी 2020, एक जुलाई 2020 और एक जनवरी 2021 से बकाया थीं. हालांकि इस बार बकाये का भुगतान नहीं किया जाएगा क्योंकि एक जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक की अवधि के लिए डीए/डीआर दर मूल वेतन/पेंशन पर 17 प्रतिशत की दर पर बनी रहेगी. डीए और डीआर की बढ़ी दर का जुलाई 2021 से भुगतान किया जाएगा.


वेतन में कितनी बढ़ोतरी?


वहीं महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद से ही कर्मचारियों को ये जानने की चाह है कि उनके वेतन में कितनी बढ़ोतरी होगी. उदाहरण के तौर बताएं तो अगर किसी कर्मचारी की 18,000 रुपये बेसिक सैलरी है तो उस कर्मचारी को महंगाई भत्ते के तौर पर 3060 रुपये पहले मिलता था. हालांकि अब 28 फीसदी महंगाई भत्ता होने पर यह राशि 5,040 रुपये होगी. ऐसे में यह बढ़ोतरी 18000 रुपये बेसिक वेतन के लिहाज से 1980 रुपये की है. अलग-अलग बेसिक सैलरी होने के कारण बढ़ोतरी की राशि में अंतर आ सकता है.


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