नया वित्त वर्ष (FY24) अब कुछ ही दिन दूर खड़ा है. अगले महीने यानी 01 अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हो जाएगा और इसके साथ ही टैक्स से जुड़े कुछ नियम (New Tax Rules) भी बदल जाएंगे. नियमों में होने जा रहे बदलाव से म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) की दुनिया पर भी असर होने वाला है. इसे ध्यान में रखते हुए कई एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (Asset Management Companies) अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई है. एक ऐसी ही तैयारी है ज्यादा से ज्यादा फंड जुटाने के लिए विदेशी स्कीमों को आकर्षित करना.


इन कंपनियों ने की शुरुआत


न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक ताजी रिपोर्ट के अनुसार, कई एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने 01 अप्रैल से अमल में आ रहे नए टैक्स नियमों के ऐन पहले इंटरनेशनल स्कीम्स के लिए सब्सक्रिप्शन को खोल दिया है. ये कंपनियां नियमों में बदलाव होने से पहले ज्यादा से ज्यादा फंड जुटाना चाह रही हैं. रिपोर्ट के अनुसार, जिन एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने यह कदम उठाया है, उनमें फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड (Franklin Templeton Mutual Fund), मिराए एसेट म्यूचुअल फंड (Mirae Asset Mutual Fund) और एडलवाइस म्यूचुअल फंड (Edelweiss Mutual Fund) शामिल हैं.


एडलवाइस एमएफ का बयान


पीटीआई की खबर के अनुसार, एडलवाइस म्यूचुअल फंड ने आज यानी सोमवार से अपने सातों इंटरनेशनल फंड्स को सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया है. कंपनी ने इन योजनाओं में स्विच-इन और एकमुश्त दोनों तरह के भुगतान को स्वीकार करना शुरू किया है. कंपनी के प्रोडक्ट, मार्केटिंग एंड डिजिटल बिजनेस हेड निरंजन अवस्थी ने पीटीआई को बताया, हमारी कुछ सीमाएं हैं, इसी कारण हमने सोचा कि 31 मार्च से पहले इन्वेस्टर्स को टैक्सेशन का कुछ फायदा उठाने का मौका दिया जाए.


मिराए एएमएफ ने इन्हें किया ओपन


मिराए एसेट म्यूचुअल फंड ने भी आज से अपनी कुछ ऐसी योजनाओं को ओपन किया है. यह कंपनी अब तीन अंतरराष्ट्रीय ईटीएफ और इन ईटीएफ पर बेस्ड तीन फंड ऑफ फंड्स में एकमुश्त भुगतान लेना शुरू कर चुकी है. मौजूदा एसआईपी (Systematic Investment Plan) और एसटीपी (Systematic Transfer Plan) 29 मार्च से पुन: खुलेंगे, जबकि नए एसआईपी या एसटीपी को मंजूरी नहीं होगी.


कंपनी के ईटीएफ प्रोडक्ट हेड एवं फंड मैनेजर सिद्धार्थ श्रीवास्तव कहते हैं, चूंकि नया फंड लेने के लिए हमारे पास थोड़ी संभावनाएं हैं, ऐसे में ये फंड आने वाले समय में सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो सकते हैं, ताकि मौजूदा नियामकीय सीमा और विदेशी फंड्स के दिशानिर्देशों का पालन हो सके.


ये है जानकारों की राय


वहीं फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड ने अपनी तीन विदेशी योजनाओं में नए और एकमुश्त निवेश को स्वीकार करना शुरू किया है. बाजार के जानकारों का कहना है कि 31 मार्च से पहले इन योजनाओं में निवेश करने वाले निवेशकों को फायदा होने वाला है, क्योंकि वे इंडेक्सेशन का लाभ उठा पाएंगे. 01 अप्रैल के बाद उन्हें इंडेक्सेशन का लाभ नहीं मिलेगा. ऐसे में इंटरनेशनल स्कीम्स में 31 मार्च तक पैसे लगाना फायदे का सौदा है.


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