GST Collection: जीएसटी ने भरा सरकार का खजाना, दिसंबर में कलेक्शन बढ़कर 1.77 लाख करोड़ रुपये हुआ
GST Collection: 1 जनवरी को जारी डेटा के मुताबिक दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1.77 लाख करोड़ रुपये पर रहा है जो कि साल दर साल आधार पर 7.3 फीसदी की बढ़त दिखा रहा है.
GST Collection: गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन में दिसंबर 2024 में उछाल देखा गया है. 1 जनवरी को जारी डेटा के मुताबिक दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन साल दर साल आधार पर 7.3 फीसदी बढ़कर 1.77 लाख करोड़ रुपये पर रहा है. साल 2023 के दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1.65 लाख करोड़ रुपये पर रहा था. जब से जीएसटी की व्यवस्था चालू हुई है, केंद्र सरकार के खजाने में योगदान देने वाला सबसे बड़ा कारक जीएसटी ही है.
लगातार 10वीं बार जीएसटी कलेक्शन 1.77 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा
दिसंबर में ये 1.77 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा लगातार दसवीं बार 1.7 लाख करोड़ रुपये से ऊपर के जीएसटी कलेक्शन को दिखा रहा है. हालांकि एक और सच ये है कि ये अप्रैल 2024 के 2.1 लाख करोड़ रुपये के जीएसटी कलेक्शन से पीछे है. वहीं ये जीएसटी ग्रोथ पिछले 3 महीनों में सबसे कम भी है. हालांकि जीएसटी कलेक्शन पिछले तिमाही से बेहतर रहे हैं.
पिछली तिमाही से बेहतर रहा इस तिमाही का जीएसटी कलेक्शन
अक्टूबर-दिसंबर 2024 में जीएसटी कलेक्शन का औसत देखा जाए तो ये 1.82 लाख करोड़ रुपये पर आया है जबकि इससे पिछली तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2024 के दौरान जीएसटी का औसत कलेक्शन 1.77 लाख करोड़ रुपये पर रहा था. वहीं अगर इसको पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले देखा जाए तो ये जीएसटी कलेक्शन 8.3 फीसदी ज्यादा रहा है.
GST रेवेन्यू बढ़ने का अर्थ
इस बार की तिमाही में जीएसटी का राजस्व पिछली तिमाही से बढ़कर रहा है जो कि अर्थव्यवस्था के बेहतर प्रदर्शन का संकेत करता है. दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था लड़खड़ाती दिखी क्योंकि अप्रैल-जून के दौरान आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी 6.7 परसेंट से गिरकर 5.4 परसेंट पर आ गई थी. ये इसके सात तिमाहियों का सबसे निचला स्तर था.
इसी कारण से देश के केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ऊपर भी नीतिगत दरों में बदलाव करने का दबाव देखा जा रहा है. RBI को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में भारत ती इकोनॉमी 6.6 परसेंट की दर से बढ़त हासिल करेगी.
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