नई दिल्लीः दिल्ली का वित्त वर्ष 2017-18 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 6.86 लाख करोड़ रुपये रहा. इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 11.22 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर को दर्शाता है. दिल्ली का बजट पेश किए जाने से पहले विधानसभा में रखी गई राज्य की नई आर्थिक समीक्षा में यह अनुमान जताया गया है. समीक्षा के मुताबिक दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय चालू और स्थिर कीमतों पर राष्ट्रीय औसत का लगभग तीन गुना बढ़ी है.
दिल्ली आर्थिक समीक्षा 2017-18 के अनुसार, ‘साल 2017-18 के दौरान चालू कीमतों पर दिल्ली की जीएसडीपी का अग्रिम अनुमान 686,017 करोड़ रुपये रह सकता है जो 2016-17 के मुकाबले 11.22 फीसदी की बढ़त को दिखाता है.’’
मौजूदा कीमतों पर दिल्ली का शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) 2017-18 में 626,002 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. यह 2016-17 के अनुमान के मुकाबले 11.51 फीसदी की बढ़त को दिखाता है.
समीक्षा में यह भी बताया गया है कि मौजूदा वैट पंजीकृतों में से 75 फीसदी ने 31 मई 2017 तक माल एवं सेवाकर (जीएसटी) में परिवर्तन कर लिया था.
राज्य ने अपने राजस्व अधिशेष को बरकरार रखा है और 2016-17 में इसके 5004 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. वित्त वर्ष 2015-16 में यह 8656 करोड़ रुपये था.