Delhi-Varanasi Bullet Train Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के लोगों के लिए बुरी खबर है. दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Delhi-Varanasi Bullet Train Project:) अधर में लटक गया है. रेलवे बोर्ड ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर फिजिबिलिटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. रेलवे बोर्ड ने दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन रूट के बहुत घुमावदार होने के चलते फिजिबिलिटी रिपोर्ट को खारिज किया है. बोर्ड का मानना है 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले बुलेट ट्रेन के रूट का इतना ज्यादा घुमावदार होना प्रोजेक्ट के लिए कतई उचित नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले हफ्ते रेलवे बोर्ड ( Railway Board) के सचिव आर एन सिंह ने दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर रिव्यू बैठक की थी जिसमें फिजिबिलिटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया गया है. इस फिजिबिलिटी रिपोर्ट को नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने तैयार किया था.
इस रिपोर्ट में दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को नेशनल हाइवे 2 के साथ साथ बनाने का सुझाव दिया गया था. रिपोर्ट में कहा गया कि एनएच-2 के बगल में निर्माण करने से कंस्ट्रक्शन कॉस्ट को कम रखने में मदद मिलेगी वहीं सस्ते में जमीन अधिग्रहण किया जा सकेगा. लेकिन इसमें टेक्निकल बात ये सामने आई कि दिल्ली वाराणसी के बीच एनएच-2 के कई सेक्शन बहुत ज्यादा घुमावदार है.
ऐसे में इतने घुमावदार रास्ता बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. 350 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का रूट बिलकुल सीधा होना चाहिए. ऐसे में रेलवे बोर्ड केवल वंदे भारत ट्रेन उस रूट में चलाने का पक्षधर है.
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