Deloitte Layoff: नामी कंपनी, 76 लाख का पैकेज! ‘ड्रीम जॉब’ से निकाले जाने पर भी खुश क्यों हैं ये लड़की?
Deloitte Work Culture: छंटनी में नाम आने के बाद एम्पलॉई का कहना है कि वह नौकरी से निकाले जाने से बहुत खुश है, जबकि उसे नौकरी में लाखों रुपये की सैलरी मिल रही थी...
किसी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में हर महीने लाखों की सैलरी वाली नौकरी ज्यादातर लोगों के लिए ‘ड्रीम जॉब’ है. ऐसी नौकरी हर किसी को मिल नहीं पाती. जिन्हें मिलती है, वे पहले नौकरी पाने के लिए और फिर उसे बचाए रखने के लिए खूब मेहनत करते हैं. आपको ऐसी नौकरी मिले, लेकिन बाद में कंपनी आपको काम से निकाल दे, तो निश्चित तौर पर आप दुखी होंगे.
Cierra Desmaratti नाम की एक 24 साल की लड़की को ऐसी ही नौकरी मिली हुई थी. उसे सैलरी में साल के करीब 76 लाख रुपये मिल रहे थे. फिर एक दिन अचानक एचआर ने उसे बताया कि उसकी नौकरी चली गई है. कंपनी ने छंटनी में उसे बाहर करने का फैसला लिया है. मजेदार बात है कि सिएरा इस नौकरी के चले जाने से बहुत खुश हैं. उनका कहना है कि उनके साथ जीवन में इससे अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता था.
डेलॉइट में एनालिस्ट की नौकरी
बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के अनुसार, सिएरा टॉप ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म डेलॉइट में एक्चुरियल एनालिस्ट की नौकरी कर रही थी. उनका दफ्तर अमेरिका के शिकागो शहर में था. डेलॉइट वाली नौकरी सिएरा के लिए ड्रीम जॉब तो नहीं थी, लेकिन उन्हें उसके बदले 90 हजार डॉलर मिल रहे थे, जो भारतीय करेंसी में लगभग 76 लाख रुपये हो जाता है. डेलॉइट में हुई छंटनी में सिएरा का भी नाम आया. अब उनकी नौकरी जा चुकी है.
छंटनी से इस कारण खुश हैं सिएरा
सिएरा नौकरी जाने के बाद बहुत खुश हैं. वह इसका कारण बताती हैं- डेलॉइट के भागमभाग से भरे वर्क कल्चर में कुछ खास अच्छा महसूस नहीं हो रहा था. मुझे लगता था कि अपने साथ काम करने वालों के साथ फिट होने के लिए अपनी पर्सनालिटी को कमतर करना पड़ता था. फिर मेरी छंटनी हो गई. वह बुरा समय था, लेकिन बाद में मुझे पता चल गया कि वास्तव में मुझे करियर से चाहिए क्या!
काम के चलते हो गईं बीमार
वह बताती हैं कि उनका बैकग्राउंड लो-इनकम फैमिली का रहा है. डेलॉइट में सभी सहकर्मी सूट-जैकेट और डिजाइनर ड्रेस में आते. उन्हें महसूस होता कि वह जगह उनके लिए नहीं है. उन्हें 11-11 घंटे काम करना पड़ रहा था. वर्क कल्चर और प्रेशर में वह मानसिक व शारीरिक रूप से बीमार होने लगीं. कुछ ही महीने में उनका वजन 9 किलो बढ़ गया.
अब सिएरा कर रही हैं ये नौकरी
अब नौकरी से निकाले जाने के बाद सिएरा को लगता है कि इस छंटनी के बहाने ही सही, लेकिन प्रेशर वाले वर्क कल्चर से उन्हें छुटकारा मिल गया. बाद में उन्हें कुछ समय संघर्ष करना पड़ा. छंटनी के बाद उनके पास सिर्फ 2 सप्ताह के ही पैसे थे. नई नौकरी में खोजने में उन्हें 2 महीने का वक्त लग गया. अब वह ट्रांसअमेरिका में एक्चुरियल एनालिस्ट की रिमोट जॉब कर रही हैं. रिमोट जॉब में वह घर से काम करती हैं और इससे वह वर्क और लाइफ के बीच बैलेंस बना पाई हैं.
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