लॉकडाउन ने बढ़ाई ग्रॉसरी और होम केयर प्रोडक्ट की मांग, दो साल के टॉप पर पहुंची खपत
अप्रैल से जून के बीच एफएमसीजी का मार्केट वॉल्यूम के लिहाज से 4.3 फीसदी की दर से बढ़ा, जबकि वैल्यू के लिहाज से इसमें 8.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
लॉकडाउन ने भारतीय परिवारों में ग्रॉसरी, होम और पर्सनल केयर प्रोडक्ट की मांग काफी बढ़ा दी है. अप्रैल-जून तिमाही में यह दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. रिसर्च फर्म kantar के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान लोगों इन सामानों का स्टॉक बढ़ा दिया. घरों में रहने की वजह से ऐसे सामानों का इस्तेमाल भी बढ़ा.
kantar की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जून के बीच एफएमसीजी का मार्केट वॉल्यूम के लिहाज से 4.3 फीसदी की दर से बढ़ा, जबकि वैल्यू के लिहाज से इसमें 8.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. भारतीय परिवारों की खरीदारी के हिसाब से देखें तो इस दौरान उनकी खरीदारी में खासा इजाफा देखने को मिला है. जिन कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूशन चेन बाहरी खरीद पर ज्यादा निर्भर नहीं थे उनकी बिक्री में खासा इजाफा देखा गया. उदाहरण के लिए गुड डे और टाइगर बिस्कुट की निर्माता कंपनी ब्रिटानिया की बिक्री 25 फीसदी बढ़ी . जेम्स और केच-अप की बिक्री में भी काफी इजाफा हुआ है.
बिस्कुट, स्नैक्स और होम केयर प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ी
सनफीस्ट बिस्कुट और बिंगो बनाने वाली कंपनी आईटीसी का कहना है कि नूडल्स, बिस्कुट और डेयरी प्रोडक्ट की जून में अच्छी बिक्री हुई है. आईटीसी के मुताबिक इस दौरान इसके सफोला ब्रांड के कुकिंग ऑयल की बिक्री 16 फीसदी बढ़ गई. लॉकडाउन के दौरान घरों में ज्यादा लोगों के खाना बनने की वजह से खाने के तेल की खपत तेज हुई. आईटीसी ने कहा है कि इस दौरान हेयर ऑयल की बिक्री भी काफी बढ़ी है. एफएमसीजी कंपनियों का कहना है उनके लिए आगे चुनौती है. खास कर ऐसी कंपनियों के लिए जिनका होम डिलीवरी डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम मजबूत नहीं है.
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