नई दिल्लीः नोटंबदी का असर रियल एस्टेट के धंधे पर भी देखा गया और इस सेक्टर पर नोट बैन की बुरी मार पड़ी है. पिछले 6 सालों में से 2016 में सबसे कम घर बिके है. इस घरों का निर्माण पूरा नहीं हो रहा और नए घर की बिक्री तो काफी कम हो गई है. रियल एस्टेट कंसलटेंसी फर्म नाइट एंड फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक -
साल 2016 में घरों की बिक्री 23 फीसद गिरी है. जबकि नए प्रोजेक्ट के लॉन्च में 46 फीसद की कमी आई है. 2016 के आखिरी 3 महीनों में तो बिक्री पिछले साल के मुकाबले 44 फीसदी कम रही है. आंकड़ों से साफ है कि नोटबंदी के बाद और भी बुरा असर पड़ा है. पूरे देश में दिल्ली-एनसीआर में इस साल घरों की सबसे कम मांग रही है.
रिसर्च फर्म नाइट एंड फ्रैंक का कहना है कि 2008 के आर्थिक संकट के बाद से ये रियल एस्टेट सेक्टर का ये सबसे खराब समय रहा है.