2000 Rupees Notes: भारतीय रिजर्व बैंक ने 19 मई 2023 को 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर करने का ऐलान किया और इसके बाद सिस्टम से 2000 रुपये के नोट बैंकों में लौट रहे हैं. इसके असर से अब डिपॉजिट 6 साल के हाई लेवल पर आ गया है और जून 2023 में ये 191.6 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. इससे पहले इस महीने की शुरुआत में आरबीआई ने कहा कि 2000 रुपये के नोटों में से तीन चौथाई नोट यानी 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट सिस्टम में वापस आ गए हैं. इसमें से करीब 85 फीसदी नोट्स जमा के तौर पर बैंकों में वापस आए जबकि बाकी बचे नोटों को एक्सचेंज किया गया.
सालाना तौर पर भी डिपॉजिट में शानदार ग्रोथ
इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसमें सालाना तौर 131 फीसदी की ग्रोथ देखी गई है और ये 191.6 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है जो कि पिछले 6 साल का उच्च स्तर है. मार्च 2017 के बाद ये सर्वाधिक डिपॉजिट है. जून 2023 के आखिरी पखवाड़े में ये डिपॉजिट 2000 रुपये के करेंसी नोट्स की वापसी और जमा पर ज्यादा ब्याज के चलते इस स्तर पर पहुंच गया है. डिपॉजिट की संख्या इस दौरान 13 फीसदी की दर से बढ़ी है और कुल मिलाकर देखा जाए तो इस दौरान डिपॉजिट में 22 लाख करोड़ रुपये का इजाफा देखा गया है. जबकि साल दर साल आधार पर ये 185.7 लाख करोड़ रुपये पर रहा था.
क्रेडिट में भी हुआ इजाफा
इसके फलस्वरूप क्रेडिट और डिपॉजिट ग्रोथ के बीच फासला 326 बेसिस पॉइंट पर पहुंच गया जो कि नवंबर 2022 में ये 875 बेसिस पॉइंट पर रहा था-जो कि अभी तक का सर्वाधिक है. ये पिछले दो और तीन पखवाड़ों में देखे गई तेजी के कारण संभव हो पाया है. इसी दौरान क्रेडिट ऑफटेक में भी 16.2 फीसदी का इजाफा देखा गया और जून 30 को खत्म पखवाड़े में ये 16.2 फीसदी की बढ़त के साथ 143.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
क्रेडिट ऑफटेक में ये इजाफा पर्सनल लोन, एनबीएफसी, एग्रीकल्चर और इससे जुड़ी गतिविधियों में इजाफे के कारण हुआ है. पिछले साल इसी दौरान ये आंकड़ा 14.5 फीसदी पर रहा था.
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