डीजीसीए ने एयरलाइंस को दिया सुझाव, क्रू मेंबर्स और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स के मेंटल हेल्थ का रखा जाए ध्यान
DGCA ने पायलट, क्रू मेंमबर्स और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के मानसिक स्वास्थ्य के लिए अपनी गाइडलाइन जारी किया है. आइए जानते हैं इस बारे में.
DGCA Guidelines for Mental Well Being: नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) अब पायलट (Pilots), केबिन क्रू मेंबर्स (Crew Members) और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (Air Traffic Controller) के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाने जा रहा है. DGCA ने एयरलाइंस को यह सुझाव दिया है कि वह अपने स्टाफ के मानसिक स्वास्थ्य का बीच-बीच में आकलन करते रहे जिससे एक सुरक्षित फ्लाइट को सुनिश्चित किया जा सके. इससे किसी तरह फ्लाइट के दौरान की दुर्घटना या परेशानी से बचने में मदद मिलेगी. DGCA के एक सीनियर अधिकारी ने बुधवार को इस सिफारिशों को लागू करने के लिए एयरलाइंस और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (ATCs) के एक सर्कुलर जारी करके इस मामले पर जरूरी कदम उठाने का निर्देश जारी किया है.
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना है जरूरी-DGCA
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक DGCA ने इस मामले पर एक बयान जारी करके कहा है कि पायलट, फ्लाइट क्रू मेंबर्स और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर पर वर्कलोड बहुत ज्यादा रहता है. ऐसे में उन्हें हर दिन बेहद व्यावसायिक तनाव की स्थिति से गुजरना पड़ता है. इस कारण इन लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. मानसिक तनाव की स्थिति में उनके काम पर असर पड़ सकता है और कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है.
मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आयोजित करें प्रोग्राम
पायलटों और चालक दल के मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए DGCA ने एक कमेटी का गठन किया था. इस पैनल में डीजीसीए अधिकारी, क्लिनिकल एयरोस्पेस मेडिसिन और मानसिक स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स भी शामिल थे. इस पैनल ने एविएशन इंडस्ट्री (Aviation Industry) से जुड़े लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की सिफारिश की है. इन कमेटी की सभी सिफारिशों 31 मई 2023 के बाद से लागू किया जाएगा.
DGCA के नियम के मुताबिक किसी भी लाइसेंस होल्डर व्यक्ति (क्रू मेंबर्स और ATCOs) में किसी भी तरह की मानसिक दिक्कत नहीं होनी चाहिए. अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए DGCA ने एयरलाइंस को स्पेशल प्रोग्राम रखने का भी निर्देश दिया है. इन सभी चीजों से पायलटों, क्रू मेंमबर्स आदि का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और किसी तरह के घटना और एक्सीडेंट के खतरे को कम करने में भी मदद मिलेगी.
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