विमानन नियामक डीजीसीए (DGCA) ने किफायती विमानन सेवाएं प्रदान करने वाली घरेलू कंपनी इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo Airlines) पर 30 लाख रुपये का भारी-भरकम जुर्माना लगाया है. इसकी जानकारी खुद डीजीसीए ने शुक्रवार को दी.


डीजीसीए ने दिए इन बदलावों के निर्देश


विमानन नियामक ने इंडिगो के ऊपर जुर्माना लगाने के अलावा कागजातों को लेकर कुछ जरूरी निर्देश भी दिए गए हैं. कंपनी को कहा गया है कि वे डीजीसीए की जरूरतों और ओईएम के दिशानिर्देशों के अनुरूप अपने दस्तावेजों व प्रक्रियाओं में बदलाव करे.


नियामक ने दिया था कारण बताओ नोटिस


नियामक ने बताया कि उसने विमानन कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी की थी. कंपनी को तय समय में नोटिस पर अपना जवाब देने को कहा गया था. कंपनी से मिले जवाब को विभिन्न स्तरों पर रीव्यू करने के बाद उसे संतोषजनक नहीं पाया गया. उसके बाद डीजीसीए ने इंडिगो एयरलाइंस पर जुर्माना लगाने का फैसला लिया.


इंडिगो के साथ हुईं ये घटनाएं बनीं वजह


दरअसल पिछले कुछ महीनों के दौरान इंडिगों के विमानों को कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का सामना करना पड़ा है. इस साल के शुरुआती 6 महीने में ही इंडिगो के ए321 विमानों के साथ टेल स्ट्राइक की 4 घटनाएं हो गईं. डीजीसीए ने उक्त घटनाओं के बाद इंडिगो की स्पेशल ऑडिट की. नियामक ने कंपनी के डॉक्यूमेंटेशन, परिचालन की प्रक्रियाओं, प्रशिक्षण, इंजीनियरिंग और फ्लाइट डेटा मॉनिटरिंग की समीक्षा की.


डीजीसीए को मिली थी कई खामियां


डीजीसीए ने स्पेशल ऑडिट के दौरान कई कमियां पाई. डीजीसीए ने कहा कि परिचालन व प्रशिक्षण की प्रक्रियाओं के साथ ही इंजीनियरिंग प्रक्रियाओं में भी खामियां पाई गई थी. तमाम खामियां मिलने के बाद ही डीजीसीए ने इंडिगो एयरलाइंस को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, कंपनी जिसका संतोषजनक उत्तर देने में असफल रही थी. अब अंतत: कंपनी को जुर्माने का सामना करना पड़ा है.


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