Dhanteras 2021: आज स्वर्ण व्यापारियों के लिए बहुत बड़ा दिन था. आज धनतेरस पर पूरे देश में क़रीब 15 टन सोने की बिक्री हुई है जिसका कुल मूल्य पिछत्तर सौ (75,00) करोड़ रूपए रहा. आज क़रीब 250 टन चांदी की बिक्री हुई है जिसका कुल मूल्य सत्रह सौ (17,00) करोड़ रूपए रहा.
दिवाली के बाद शादी के सीजन से होगा बाज़ार को फ़ायदा
कॉनफ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि दो साल बाद बाज़ारों में रौनक़ लौटी है. देश भर के व्यापारी इस बात से ख़ुश हैं कि देश की अर्थ व्यवस्था पटरी पर लौट रही है. दिवाली के बाद अब शादी का सीजन आएगा तो देश भर के स्वर्ण व्यापारी शादी के सीजन के लिए जुट जाएंगे.
दिवाली के त्यौहार तथा उसके बाद शुरू होने वाले शादियों के सीजन में ग्राहकों की मांग को देखते हुए देश भर में सर्राफा व्यापारियों ने सोने के आभूषणों एवं अन्य सामान की उपलब्धता की व्यापक तैयारी कर रखी है.
धनतेरस पर उम्मीद से ज़्यादा हुई है सेल
पिछले दो सालों में बेहद मंदी की मार झेलने वाले सर्राफा व्यापारियों के चेहरे पर दिवाली त्यौहार की खरीदी को लेकर उनकी चिरपरिचित मुस्कान आज धनतेरस के दिन वापिस आ गई जब राजधानी दिल्ली सहित देश भर के सर्राफा व्यापारियो ने सोने चांदी के गहनों एवं अन्य सामान का उम्मीद से ज़्यादा सेल किया.
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन का बयान
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) तथा कैट के ज्वेलरी विंग ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन (एआईजीऍफ़) ने एक संयुक्त वक्तव्य में बताया कि आज धनतेरस पर देश भर में लगभग 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई जो लगभग 7.5 हजार करोड़ रुपये है. देश के अन्य राज्यों के अलावा दिल्ली में जहाँ लगभग 1000 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ वहीँ महाराष्ट्र में लगभग 1500 करोड़, उत्तर प्रदेश में लगभग 600 करोड़, दक्षिण भारत में लगभग 2000 करोड़ का स्वर्ण आभूषणों का व्यापार हुआ.
समुद्र मंथन से जुड़ा है धनतेरस का त्योहार
कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र मंथन के समय भगवान धनवंतरी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस तिथि तो धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम के जाना जाता है.
धनतेरस पर सोना और चाँदी ख़रीदने का चलन सदियों पुराना है
सोना और चांदी देश में निवेशकों की प्राचीन काल से ही पहली पसंद रहा है. भारतीय परिवार अपनी हैसियत के अनुसार धनतेरस के दिन सोने-चांदी में का सामान खरीदते हैं वहीँ बर्तनों के भी खरीदने का रिवाज एक लम्बे समय से चला आ रहा है.
देश में पुरातन काल से सभी त्यौहारों में धनतेरस का अपना विशेष महत्व है. इस दिन देश भर में लोग सोने चांदी के बर्तन सिक्के या आभूषण खरीदते है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन धन (वस्तु) खरीदने से उसमें तेरह गुणा वृद्धि होती है.
पहले से बढ़ गया है सोने का आयात
एआइजेजीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज अरोरा ने कहा की इस वर्ष आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल और उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर 50% की बढ़ोतरी हुई है. 2021 की पहली छमाही में 700 टन सोना इम्पोर्ट हुआ है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अत्याधिक है.
करोना पर नियंत्रण से मिली है बाज़ार को संजीवनी
गहनों के साथ ही सोने-चांदी के सिक्के, नोट, मूर्तियां और बर्तन की बड़ी बिक्री की संभावना है. कोराना काल के 19 माह बाद देश के ज्वेलरी के बाजार में पहली बार यह चमक देखी जा रही है. इससे देश भर का सर्राफा कारोबार उत्साहित हैं. अच्छी बात यह है कि खरीदार खुद के उपयोग के लिए ज्वेलरी और अन्य उत्पादों के साथ निवेशक के लिए बुलियन की ओर आकर्षित है. इस उत्साह का बड़ा कारण देश में कोरोना के मामलों का न्यूनतम स्तर पर आना तथा रिकार्ड मात्रा में कोवीडरोधी टीकाकरण का होना है.
क्या भाव बिका आज सोना और चांदी
वर्ष 2019 में सोने का भाव रुपए 38923 प्रति 10 ग्राम और चाँदी का भाव रूपये 46491 प्रति किलो था जबकि वर्ष 2020 में नवम्बर महीने में सोने का भाव बढ़ कर रुपये 50520 प्रति 10 ग्राम हो गया और चांदी का भाव बढ़ कर रुपये 63044 प्रति किलो था जबकि आज धनतेरस के दिन सोने का भाव 49300 प्रति 10 ग्राम रहा जबकि चांदी का भाव 66300 प्रति किलोग्राम रहा.
2019 की तुलना में सोने की खपत में
कोरोना महामारी की वजह से जहाँ वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में सोने के गहने की खपत देश मे 101.6 टन थी वही पिछले वर्ष दूसरी तिमाही में यह खपत 48% गिरकर 52.8 टन रह गयी थी जबकि इस वर्ष की पहली छमाही में लगभग 700 टन का गोल्ड इम्पोर्ट इस बात को दर्शाता है की इस साल गोल्ड का व्यापार बहुत बेहतर होगा.
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