Dhirubhai Ambani Birth Anniversary: रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) देश के सबसे वैल्यूएबल कंपनी है. इसका कारोबार भारत समेत कई देशों में फैला हुआ है. कपड़े के उद्योग से शुरु हुई रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries Business) आज के समय में एनर्जी, रिटेल से लेकर मीडिया-एंटरटेनमेंट और डिजिटल सर्विस जैसे कई सेक्टर्स में फैल चुकी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के फाउंडर धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) का आज 90वां जन्मदिन है.
धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani Journey) का सफर बड़ा ही दिलचस्प रहा है. उन्होंने कभी 300 रुपये पर पेट्रोल पंप पर नौकरी की थी और बाद में देश की सबसे मूल्यवान कंपनी खड़ी कर दी. धीरूभाई अंबानी के जीवन में कई उतार-चढ़ाव रहे हैं. आइए जानते हैं इनके जीवन की वो रोचक बातें, जो शायद आप नहीं जानते होंगे.
500 रुपये लेकर आए थे मुंबई
धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) का जन्म 28 दिसंबर 1932 में हुआ था. 1950 के दशक में धीरूभाई अंबानी ने 300 रुपये प्रति माह के वेतन पर नौकरी की शुरुआत की थी. कुछ सालों तक काम करने के बाद ये वहां मैनेजर बन गए. हालांकि बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर खुद का कारोबार शुरू करने का फैसला किया. बताया जाता है कि धीरूभाई अंबानी 500 रुपये लेकर मुंबई कारोबार करने आए थे.
कैसे शुरू किया कारोबार
मुंबई आने के बाद वे यहां के कारोबार को समझने में जुट गए. कई इलाकों का भ्रमण करने के बाद धीरूभाई अंबानी को समझ आ गया कि वे पोलिएस्टर और भारतीय मसालों का विदेशों में बेचने का कारोबार शुरू कर सकते हैं. इस कारण, अंबानी ने 8 मई 1973 को अपनी कंपनी रिलायंस कॉमर्स कॉरपोरेशन (Reliance Commerce Corporation) के नाम से कंपनी की शुरुआत कर दी. यह कंपनी भारत के मसालों को विदेशों में और विदेशों के पोलिएस्टर को भारत में बेचने का काम करती थी.
आजाद भारत का पहला IPO
धीरूभाई अंबानी ने आजाद भारत का पहला IPO लाने का विचार किया और 10 रुपये शेयर प्राइज पर 2.8 मिलियन शेयर का IPO पेश किया. इस आईपीओ पर निवेशकों ने जमकर भरोसा जताया और यह सात गुना ओवर सब्सक्राइब किया गया. निवेशकों को इसमें जबरदस्त मुनाफा भी हुआ.
रिलायंस ने इन सेक्टर्स में रखा कदम
टेक्स्टाइल कंपनी में कदम रखने के बाद अब धीरूभाई अंबानी अपने बिजनेस को और बढ़ाना चाहते थे. इस कारण, उन्होंने टेलीकम्यूनिकेशन, टेलीकॉम इंफॉर्मेशन, एनर्जी, इलेक्ट्रिसिटी रिटेल, इंफ्रास्ट्रक्चर, कैपिटल मार्केट और लॉजिस्टिक्स तक कंपनी का विस्तार किया.
कम टैरिफ प्लान की सुविधा
धीरूभाई अंबानी ने साल 2002 के दौरान टेलीकॉम सेक्टर में कदम रखा. रिलायंस ने 600 रुपये में सिम और 15 पैसे प्रति मिनट बात करने की सुविधा दी. इससे पहले फोन से बात करने के लिए ज्यादा चार्ज देने पड़ते थे.
शानदार टीम लीडर
धीरूभाई अंबानी एक शानदार टीम लीडर के रूप में जाने जाते थे. कोई भी कर्मचारी इनके केबिन में आ सकता था. साथ ही कोई भी इनसे बात करके अपनी समस्या रख सकता था. धीरूभाई अंबानी सभी की समस्या सुनते और हल करते थे. निवेशकों को भी इन पर अधिक भरोसा था, जिस कारण रिलायंस के शेयर मिनटों में बिक जाते थे.
सिर्फ 10वीं तक की थी पढ़ाई
28 दिसंबर 1932 में धीरूभाई अंबानी का जन्म गुजरात के चोडवाड शहर में हुआ था. 1955 में धीरूभाई अंबानी ने कोकिलाबेन से शादी की थी. उनके दो बेटे अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी, दो बेटी नीना अंबानी और दीप्ति अंबानी हैं. धीरूभाई अंबानी ने सिर्फ 10वीं तक पढ़ाई की थी. 2016 में इन्हें पद्म विभूषण दिया गया था. 6 जुलाई 2002 को धीरूभाई अंबानी का निधन दिल का दौरा पड़ने से हो गया था.
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