Explained: जानिए Omicron वैरिएंट के सामने आने के बाद क्यों हो रही देश में यूनिफॉर्म ट्रैवल पॉलिसी बनाने की मांग
Explained: विदेशों से आने वाले हवाई यात्रियों के लिये केंद्र और राज्यों के अलग अलग ट्रैवल गाइडलाइंस को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति हो गई है. सरकार ने यूनिफॉर्म पॉलिसी की मांग की जा रही है.
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Confusion on Travel Guidelines: कोरोना के नए Omicron वैरिएंट के सामने आने के बाद भारत सरकार ने 15 दिसंबर से कोरोना काल से पहले की तरह सामान्य अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरु करने के फैसले को वापस ले लिया है. कई राज्यों में नए वायरस को लेकर बेचैनी है जहां सबसे ज्यादा अंतराष्ट्रीय उड़ाने आती है. महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों ने हवाई यात्रियों के लिये अलग अलग नियम बना दिये हैं जिसके बाद हवाई यात्रियों में बेहद कंफ्यूजन और उहापोह की स्थिति है.
भारत सरकार ने “at risk” देशों से आने वाले हवाई यात्रियों के लिये कोविड नेगेटिव टेस्ट जरुरी कर दिया है. साथ ही 14 दिनों के यात्रा का कार्यक्रम भी एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करने को कहा है. इसके अलावा भारत में लैंड करने के बाद उन्हें दूसरा RT-PCR टेस्ट कराना होगा.
महाराष्ट्र और कर्नाटक की अलग ट्रैवल गाइडलाइंस
केंद्र सरकार के इन गाइडलाइंस के बावजूद महाराष्ट्र और कर्नाटक की राज्य सरकारों ने अपने राज्यों में आने वालों के लिये अलग नियम बना दिये हैं. मसलन महाराष्ट्र में “at risk” देशों से आने वाले यात्रियों को एक हफ्ते के लिये institutional quarantine में रहना पड़ेगा. वहीं कर्नाटक सरकार ने “at risk” देशों से आने वाले यात्रियों के लिये कोरोना टेस्ट में नेगेटिव पाये जाने के बावजूद 7 दिनों के किये home quarantine में रहना जरुरी कर दिया है.
At risk देशों में यूके, दक्षिण अफ्रीका, टीन, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बावे, सिंगापुर, हांगकांग और इजरायल शामिल है.
हालांकि केंद्र सरकार ने राज्यों ने पत्र लिखकर अलग अलग गाइडलाइंस नहीं बनाने को कहा है. उधर महाराष्ट्र सरकार ने घरेलू हवाई यात्रियों के लिये भी RT-PCR टेस्ट जरुरी कर दिया है भले ही किसी ने वैक्सीन लिया हुआ हो. इससे ट्रैवल इंडस्ट्री के दिक्कतें बढ़ गई है जो बीते दो सालों से संकट से जुझ रहा है.
फिक्की ने की यूनिफॉर्म पॉलिसी की मांग
बिजनेस चैंबर फिक्की ने सरकार से Omicron variant के सामने आने के बाद सभी एंट्री प्वाइंट्स के लिये यूनिफॉर्म पॉलिसी बनाने को कहा है. फिक्की के प्रेसीडेंट उडय शंकर ने कहा है कि Omicron variant हमें बताता है कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. वैक्सीन लाने के साथ कोरोना के COVID appropriate behaviour प्रोटोकॉल का पालन करना जरुरी है. हालांकि किसी भी knee jerk reactions से लोगों में घबराहट फैलेगी और बगैर किसी फायदे के लोगों का जीवन और आजीविका को बाधित करेगा. हम केंद्र सरकार से अनुरोध करते हैं पूरे देश में यूनिफॉर्म पॉलिसी को लागू किया जाये.
अलग अलग गाइडलाइंस की चौतरफा आलोचना
दरअसल राज्यों के अलग अलग गाइडलाइंस बनाने के फैसले की चौतरफा आलोचना भी हो रही है. बॉयोकॉन के चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ ने ट्वीट कर कहा था कि टेस्ट रिपोर्ट में नेगेटिव आने के बाद भी 7 दिनों के लिये home quarantine अधिहत्या के समान है. ट्रैवल पर रोकटोक लगाने से नहीं बल्कि वैक्सीन लगाने से लोगों को बचाया जा सकता है.
Do we really think we can stop the spread with travel bans? We need to analyse data wrt severity of disease n effect of vaccination. Testing is important but shutting borders will not stop entry of an invisible enemy! pic.twitter.com/AkXTdvhuM8
— Kiran Mazumdar-Shaw (@kiranshaw) December 2, 2021
एक दूसरे ट्विट में उन्होंने लिखा कि Omicron travel rules के पहले दिन, 6 घंटे कोविड टेस्ट के लिये इंतजार करो. यदि आपको इंफेक्शन नहीं भी है तो एयरपोर्ट पर जरुर हो जाएगा.
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