Direct Tax Collection: भारत के डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में शानदार इजाफा देखा गया है. वित्त वर्ष 2024-25 की 17 दिसंबर तक देश का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 16.45 फीसदी बढ़कर 15.82 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 13.49 लाख करोड़ रुपये पर रहा था.
CBDT ने जारी किया टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) ने इसका आंकड़ा जारी किया है. सीबीडीटी ने कहा है कि 15.82 लाख करोड़ रुपये के नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 7.42 लाख करोड़ रुपये का कॉरपोरेट टैक्स शामिल है. 7.97 लाख करोड़ रुपये का नॉन-कॉरपोरेट टैक्स भी इसमें है और सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) के तौर पर 40,114 करोड़ रुपये का टैक्स शामिल है.
3.38 लाख करोड़ रुपये का डायरेक्ट टैक्स रिफंड जारी
केंद्र सरकार ने 17 दिसंबर 2024 तक 3.38 लाख करोड़ रुपये का डायरेक्ट टैक्स रिफंड जारी किया है. इसे वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिथि यानी 17 दिसंबर 2024 तक के मुकाबले देखा जाए तो ये 42.49 फीसदी का इजाफा दिखाता है. एक साल पहले की समान तिथि तक ये टैक्स रिफंड 2.37 लाख करोड़ रुपये पर था.
एडवांस टैक्स कलेक्शन में भी अच्छी बढ़ोतरी
देश का कुल एडवांस टैक्स कलेक्शन देखा जाए तो इसमें कॉरपोरेट टैक्स और नॉन-कॉरपोरेट टैक्स को मिलाकर 20.90 फीसदी का इजाफा देखा जा रहा है और ये 7.56 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. इसको पिछले वित्त वर्ष की समान तिथि यानी 17 दिसंबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक है.
इसी आंकड़ें के तहत देखें तो एडवांस टैक्स में नॉन-कॉरपोरेट टैक्स ने 35 फीसदी की बढ़त हासिल की है. इसके मुकाबले कॉरपोरेट टैक्स ने केवल 16.71 फीसदी तक की ग्रोथ हासिल की है.
सकल आंकड़ों में कितना रहा डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन
सकल आंकड़ों में देखें तो रिफंड एडजस्ट करने से पहले डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 19.21 लाख करोड़ रुपये पर रहा है. ये आंकड़ा वित्त वर्ष 2025 के 17 दिसंबर तक का है और इसमें एक साल पहले के मुकाबले देखा जाए तो ये 20.32 फीसदी का उछाल दिखा रहा है. टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी सरकार के वित्तीय घाटे के तयशुदा लक्ष्य तक पहुंचने में मददगार साबित होगी.
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